ACN18.COM दुर्ग/ दुर्ग केंद्रीय जेल में पदस्थ असिस्टेंट जेलर अशोक साव के घर देर रात कुछ हथियार बंद नकाबपोशों ने हमला कर दिया। उन्होंने साव के घर का दरवाजा तोड़ने की कोशिश की। परिजनों ने द्मनाभपुर पुलिस को फोन किया। इससे पहले कि पुलिस आती बदमाश वहां से भाग गए। साव के घर की खिड़की के पास एक टूटा हुआ चाकू का टुकड़ा जब्त किया गया है। पुलिस ने गुरुवार को इस मामले में कुख्यात बदमाश अमित जोश को गिरफ्तार कर लिया है।
पद्मनाभपुर पुलिस के मुताबिक बीती देर रात लगभग तीन से साढ़े तीन बजे के बीच जेल परिसर दुर्ग से उनके पास फोन आया था। फोन करने वालों ने बताया कि वो असिस्टेंट जेलर अशोक साव के घर से बोल रहे हैं। वह लोग जेल परिसर दुर्ग एफ -3 में रहते हैं। कुछ लोगों ने उनके घर में हमला कर दिया है। वह लोग घर का दरवाजा और खिड़की तोड़ रहे हैं। वह लोग कह रहे हैं कि वो सभी लोगों को जान से मार देंगे। इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की।
संदेह और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस आरोपियों तक पहुंच गई। इनमें से एक आरोपी अमित जोश को गिरफ्तार कर लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है। अभी तक हमला करने का कारण पता नहीं चल सका है। पुलिस का कहना है कि अमित आदतन अपराधी है। वह साल के 11 महीने जेल में ही रहता है। कुछ देर में पुलिस पूरी वारदात का खुलासा करेगी।
आरोपियों के हौसले बुलंद
दुर्ग जिले में आरोपियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि आम लोगों तो दूर शासन प्रशासन के अधिकारी तक सुरक्षित नहीं है। केंद्रीय जेल दुर्ग का परिसर काफी सुरक्षित है। इसके बाद यहां आरोपी बेखौफ होकर हथियार लेकर घुसे। दरवाजा तोड़ने की कोशिश की। लोगों को जान से मारने की धमकी दी और उन्हें न तो कोई देख सका और न पकड़ पाया।
तीन दिन पहले जेल से छूटे हैं आरोपी
पुलिस अधिकारियों का दावा है कि आरोपियों को कुछ ही घंटों में पकड़ लिया जाएगा। हमला करने गए आरोपी दो तीन दिन पहले ही जेल से छूटे हैं। आरोपियों के हुलिया व अन्य जानकारी के लिए पुलिस पूछताछ कर रही है।
जेल सुरक्षा पर खड़े हो रहे सवाल
केंद्रीय जेल परिसर में हर समय जेल पुलिस की सुरक्षा ड्यूटी रहती है। यहां जेल के बाहर से लेकर जेल के अंदर तक बड़ी संख्या में जेल प्रहरियों की ड्यूटी लगाई जाती है। ऐसे में जेल परिसर में हथियार लेकर हमला करने की घटना जेल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर रहा है। कुछ दिन पहले ही जेल प्रहरी के सामने अस्पताल से एक कैदी भाग गया जो कि आज तक पकड़ा नहीं जा सका है।