Acn18.com/बालोद जिले के कला केंद्रों में कला उत्सव का आयोजन किया गया। कक्षा नवमी से लेकर कक्षा 12वीं तक के छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। छात्रों के अंदर छिपी प्रतिभा को निखारने के लिए कार्यक्रम रखा गया है, ताकि बच्चों का कला सबके सामने आ सके।
समग्र शिक्षा अभियान के तहत विद्यार्थियों की कलात्मक प्रतिभा को पहचानना था। स्कूली छात्र-छात्राओं को चिन्हित कर गीत-संगीत, नृत्य, नाटक और मिट्टी कला सहित अलग-अलग विधाओं में अपने कला का प्रदर्शन किया। इस दौरान स्कूली छात्राओं की प्रतिभा देखते ही बन रही थी।
10 विधाओं में कार्यक्रम का आयोजन कला उत्सव कार्यक्रम में 10 विधाओं में स्कूली छात्र-छात्राओं में अपना जौहर दिखाया। शास्त्रीय संगीत, पारंपरिक लोक संगीत, संगीत वादन, संगीत स्वर, वाद्य शास्त्रीय नृत्य, लोक नृत्य, दृश्य कला, द्विआयामी दृश्य कला समेत स्थानीय खिलौने और खेल नाटक एकल अभिनय की बच्चों ने प्रस्तुति दी।
बच्चों ने बनाई खूबसूरत कलाकृतियां विशेष कर मिट्टी कला के लिए बच्चे अपने-अपने घरों और गांव से मिट्टी लेकर पहुंचे थे। खूबसूरत कलाकृतियां मिट्टी के माध्यम से उकेरने का प्रयास स्कूली छात्र- छात्राओं ने किया।
कला मंच में छात्र-छात्राओं को मिली जगह
कला उत्सव में चयनित बच्चों को विकासखंड स्तर पर मंच प्रदान किया गया। वहां से चयन होकर आए बच्चों को अब जिला शिक्षा विभाग ने बालोद शहर के कला केंद्र में मंच दिया। यहां पर संगीत की सारी सामग्रियां उपलब्ध हैं। वृत्त के लिए भी मंच की व्यवस्था यहां पर पहले से मौजूद है।