acn18.com कोरबा /वेतन सहित चार मांगों को लेकर कोरबा समिति छत्तीसगढ़ में आंगनबाड़ी कर्मचारी हड़ताल पर है। पिछले चुनाव के दौरान कांग्रेस ने जन घोषणा पत्र में आंगनबाड़ी कर्मियों के लिए कई घोषणा की थी। कर्मियों ने राज्य सरकार को इस बारे में याद कर आया है और पूछा है कि आखिर यह घोषणा वास्तव में पूरी होना भी है या नहीं।
कोरबा के ओपन थिएटर मैदान में जिले के आंगनबाड़ी कर्मचारी हड़ताल पर हैं। हड़ताल के कारण आंगनवाड़ी केंद्र पर ताले लटके हुए हैं। कर्मचारियों के द्वारा नारेबाजी करने के साथ अपनी मांगों पर सरकार का ध्यान आकर्षित कराने की कोशिश की जा रही है। प्रदर्शन के बीच अलग-अलग संगठन की ओर से हड़ताल को जायज बताने का काम भी किया जा रहा है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिले के पदाधिकारी यहां पहुंचे और कर्मियों को समर्थन दिया। कहां गया कि छत्तीसगढ़ और भारत की सरकार कर्मचारियों के हित के बारे में नहीं सोच रही है। तर्क दिया गया कि केरल और तमिलनाडु में आंगनबाड़ी कर्मियों को 20,000 से 30,000 तक का वेतन सरकार दे रही है तो छत्तीसगढ़ में आखिर क्या परेशानी हो सकती है।
आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ के पदाधिकारी ने सरकार को याद कराया कि सत्ता में आने से पहले उसने आंगनवाड़ी कर्मियों को सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने की बात कही थी। इस बारे में अब तक कुछ नहीं हुआ। दूसरी ओर हमें ₹6500 का मानदेय किस्तों में दिया जा रहा है जो मंजूर नहीं है।
लंबे समय से चल रही हड़ताल के बीच सरकार ने अपने रुख में सख्ती दिखाई है। एक परिपत्र जारी कर कहा गया है कि इन कर्मियों को काम पर लौटना होगा वरना इनकी सेवाओं को समाप्त करने के लिए कदम उठाने पड़ेंगे।