acn18.com/ कोरबा गेवरा खदान में किये जा रहे हैं हैवी ब्लास्टिंग से ग्रामीणों के घरों में पत्थर व बोल्डर गिरने से नाराज ग्रामीणों ने ब्लास्टिंग का काम बंद करा दिया था दूसरे दिन भी काम बंद रखने से एसईसीएल प्रबंधन चिंतित हो उठा और आंदोलनकारियों से चर्चा की ग्रामीण पहले समस्या निराकरण की मांग पर अड़े रहे बाद में प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा दो दिन में गेवरा प्रबंधन से वार्ता कराये जाने के आश्वासन दिया गया इसके बाद ग्रामीणों ने आंदोलन समाप्त किया ।
साउथ ईस्ट कोलफील्ड लिमिटेड एसईसीएल गेवरा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत अमगांव दर्राखांचा जोकही डबरी के समीप खदान में उत्पादन करने के लिए प्रबंधन द्वारा ब्लास्टिंग कराया जा रहा है इससे ग्रामीणों के घरों की छत के खपरैल व शीट टूट रहे हैं दुर्घटना के भय से ग्रामीण ब्लास्टिंग के दौरान घर से बाहर निकल जाते हैं गुरुवार को ब्लास्टिंग किए जाने के एक मकान में लगी शीट टूट गई घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीणों ने अमगांव फेस के ब्लास्टिंग को पूरी तरह ठप्प कर दिया इस दौरान कलिंगा कंपनी के जीएम विकास दुबे ने ग्रामीणों के साथ वार्ता की तब ग्रामीणों ने कहा कि गेवरा प्रबंधन से चर्चा होने के बाद आंदोलन स्थगित करेंगे ।
ब्लास्टिंग नहीं होने से खदान में उत्पादन प्रभावित होने लगा इस पर शुक्रवार को दीपका प्रबंधन की ओर से उप महाप्रबंधक मनोज कुमार ने आंदोलनकारियों से चर्चा की इस पर ग्रामीणों ने कहा कि गेवरा प्रबंधन वार्ता करें और उनके पुनर्वास रोजगार और मुआवजा समेत अन्य समस्याओं का निराकरण करें ।
आंदोलनकारियों की एसईसीएल प्रबंधन से है यह प्रमुख मांगे:-
1 गांव और आबादी क्षेत्र के 500 मीटर के भीतर ब्लास्टिंग बंद किया जाए ।
2 बसाहट स्थल नेहरू नगर बतारी में सम्पूर्ण सुविधा दिया जाए ।
3 मुआवजा में कटौती बंद किया जाए ।
4 रोजगार ,बसाहट , मुआवजा के प्रकरणों का तत्काल निराकरण किया जाए । अमगांव दर्राखांचा जोकाही डबरी के
5 परिवारों को पूर्व में दिए आश्वासन के अनुसार बसाहट के एवज में राशि प्रदान किया जाए ।
6 निजी , अन्य की जमीन ,शासकीय भूमि पर निर्मित मकानों का 100% सोलिशियम दिया जाए ।
7 आउटसोर्सिंग कम्पनियों में बाहरी भर्ती बंद कर क्षेत्र के बेरोजगारो को 100% रोजगार दिया जाए ।
दो दौर की वार्ता के बाद भी ग्रामीण अड़े रहे तब प्रशासन की ओर से तहसीलदार विष्णु प्रसाद पैकरा पटवारी विवेक कंवर हरदीबाजार थाना प्रभारी मृत्युंजय पांडेय समेत अन्य अधिकारियों से चर्चा कर आश्वस्त किया कि दो दिन के भीतर गेवरा प्रबंधन के साथ बैठक कर वार्ता की जाएगी इसके साथ ही समस्या निराकरण का प्रयास किया जाएगा ।
ग्रामीणों ने प्रशासनिक आश्वासन पर आंदोलन समाप्त करने की घोषणा की साथ ही कहा की समस्या का निदान नहीं होने पर पुन आंदोलन का रास्ता अख्तियार करेंगे और ब्लास्टिंग का काम बंद कराएंगे ग्रामीणों ने आगे कहा कि मुआवजे सहित विस्थापन की संपूर्ण पूरी व्यवस्थाओं के लिए 6 महीना का समय दिया जाए पहले मुआवजा का भुगतान करने के बाद रहने की व्यवस्था कर ले उसके बाद ही मकान खाली करेंगे साथ ही डीजीएमएस बिलासपुर के समक्ष शिकायत की जाएगी ग्रामीणों ने अपनी सात सूत्रीय मांग भी अधिकारियों के समक्ष रखी ।