acn18.com कोरबा/ हत्या के मामले जेल से जमानत पर छूटकर अपने घर पहुंचे आरोपी ने मुख्य गवाह को जान से मारने के ईरादे से उसके उपर टांग से हमला कर दिया। घटना में गवाह की जान बाल बाल बच गई जिसे उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है। मामला लेमरु थाना क्षेत्र का है जहां ग्राम पेंड्राडीह में पांच साल पहले आंतूराम ने एक भिखारी की हत्या कर दी थी। मामले में छोटकाराम व उसका पुत्र मुख्य गवाह था। इस मामले में आरोपी जेल में था। जमानत पर रिहा होने के बाद जब वह अपने गांव पहुंचा बदला लेने की मंशा से छोटकाराम व उसके पुत्र को जान से मारने की फिराक में था।
जिला अस्पताल के बिस्तर पर घायल अवस्था में पड़े इस व्यक्ति का नाम छोटकाराम है। लेमरु थाना क्षेत्र के ग्राम पेंड्राडीह निवासी छोटकाराम व उसका पुत्र जगमोहन हत्या के पांच साल पुराने मामले में मुख्य गवाह है। हत्या का आरोपी जेल में निरुद्ध था। जमानत पर जेल से रिहा होने के बाद आंतूराम जब अपने गांव पहुंचा तब बदला लेने की मंशा से से छोटकाराम व उसके पुत्र को जान से मारने की योजना बनाने लगा। इस दौरान आंतूराम की मुलाकात गांव में ही एक दशगात्र कार्यक्रम में छोटका से हो गई जिसके बाद टांगी से उसने उस पर हमला कर दिया। गनिमत रही,कि टांगी के हमले में छोटकाराम बाल बाल बच गया और उसे मामुली चोंटे लगी,जिसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है।
पांच साल पहले हत्या की यह वारदात हुई थी जब आरोपी ने एक भिखारी की हत्या कर उसे रेत में दफना दिया था जिसे घायल के पुत्र ने देख लिया और उसे सूचना दी। जिसके बाद दोनों इस मामले में गवाह बन गए। दोनों की वजह से लिस तरह से आरोपी जेल गया उससे वह दोनों के प्रति रंजिश रखता था। और इसी कारण उसने छोटकाराम की जान लेने की कोशिश की। अस्पतालीन मेमो के आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।
फिलहाल गवाह का उपचार अस्प्ताल में चल रहा है जहां उसकी सेहत खतरे से बाहर है। वहीं पुलिस इस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है।