Acn18.com कोरबा/ सूचना के आदान प्रदान सहित कई प्रकार के कार्य संपादन में सहयोगी भूमिका निभाने वाला मोबाइल किसी की मौत का कारण भी बन सकता है। सुनकर यकीन नही होता लेकिन ऐसा हुआ है कोरबा जिले में। पाली पुलिस ने इस सिलसिले में अभिषेक यादव को जेल भेज दिया है।
सूचना क्रांति के दौरान में मोबाइल और उसकी कार्य प्रणाली और कुल मिलाकर लोगों के लिए काफी सहायक साबित हो रही है। सामान्य बातचीत के साथ-साथ देश-विदेश में बैठे लोग इसी मोबाइल के माध्यम से एक दूसरे को देख सकते हैं और वहां का हाल-चाल जा सकते हैं। छोटी बड़ी जानकारी बहुत कम समय में और कम खर्च पर भेजने का काम भी मोबाइल के माध्यम से हो रहा है। कुल मिलाकर लोगों की दुनिया मोबाइल के आसपास जाकर सिमटी जा रही है इस तरह से कहां जा सकता है कि मोबाइल ने लोगों की जिंदगी बदल दी है और सामाजिकता व व्यवहार के स्तर पर लोगों को दूर भी कर दिया है।
कोरबा जिले के पाली थाना क्षेत्र अंतर्गत वसीबार में मोबाइल से जुड़े हुए विवाद को लेकर भाई ने भाई की हत्या कर दी। पुलिस ने जो जानकारी उपलब्ध कराई है उसके अनुसार 18 वर्षी अमन यादव 14 मार्च को बाहर गया हुआ था। अगली सुबह उसका व पड़ोस में रहने वाले दिलीप कुमार की बड़ी में मिला। खेम सिंह की सूचना पर पाली पुलिस ने मर्ग कायम किया और जांच पड़ताल की। शॉर्ट पीएम रिपोर्ट में डॉक्टर ने यह अभीमत दिया की गला दबाने और रस्सी जैसी चीज का उपयोग करने से अमन की मौत हुई है। पुलिस ने जांच के अंतर्गत मृतक के बड़े भाई अभिषेक के यादव से पूछताछ की जिस पर वह टूट गया। इस दौरान पता चला कि दोनों के बीच खाने-पीने की बात को लेकर विवाद हुआ था और उसे पर अमन ने अभिषेक का मोबाइल पटक दिया था। इस पर नाराज होकर अभिषेक ने मोबाइल के चार्जर को अमन के गले में फसाया और खींच दिया जिसके कारण उसकी मौत हो गई। बाद में शव को पड़ोसी की वाणी में फेंक दिया ताकि मामले को दूसरा रूप दिया जा सके। फोरेंसिक एक्सपर्ट्स के स्तर पर पुलिस ने इस प्रकरण की जांच कराई और गुत्थि को सुलझा लिया। अभिषेक को गिरफ्तार करने के साथ इस मामले में संबंधित मोबाइल और चार्जर को जप्त किया गया है। आरोपी के विरुद्ध 302 आईपीसी का प्रकरण दर्ज करने के साथ जेल भेजने की कार्रवाई की गई है।