acn18.com कोरबा/प्रदेश के कोरबा रेलवे स्टेशन में मालगाड़ी से कटकर एक व्यक्ति के जान देने के मामले में नया खुलासा हुआ है,मृतक के पास से एक सुसाईट मिला है,जिसमें उसके आत्महत्या करने की वजह लिखी हुई है।
मृतक का नाम चंदन दास था,जो चांपा स्थित मिशनरी रेलवे फाटक के पास निवासी करता है, वह रेलवे ठेकेदार अमन केडिया की ठेका कंपनी में सुपरवाइजर का काम करता था। चूंकि काम कोरबा रेलवे स्टेशन में भी चल रहा है, लिहाजा वह एक अन्य ठेकेदार के पास काम करने वाले अपने पुत्र के साथ बस में कोरबा आता, फिर देर शाम पिता पुत्र ट्रेन से घर लौट जाते थे। 9 फरवरी को भी पिता पुत्र बस से कोरबा पहुंचे, इसके बाद दोनों अपने अपने काम पर चले गए। थोड़ी देर बाद चंदन ने रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक में मालगाड़ी के सामने छलांग लगा दी, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। चंदन का मोबाइल मौत के बाद भी घन घनाता रहा। मामला जीआरपी के कार्यक्षेत्र से जुड़े होने के कारण आरपीएफ की टीम ने घटना से अवगत कराया। सूचना मिलने पर जीआरपी चांपा की टीम मौके पर पहुंची, टीम ने परिजनों की मौजूदगी में वैधानिक कार्रवाई पूरी की। इस दौरान मृतक के जेब से लाल रंग का पेन, मोबाइल व पर्स मिला, जिसमें कुछ रूपयों के अलावा कागजात भी था। सूत्रों की मानें तो इसी कागजात में एक सुसाइड नोट भी था, जिसे मृतक ने लिखा था। उसने सुसाइड नोट में कुछ लोगों के नाम का जिक्र भी किया गया है, जिनकी भूमिका उसके आत्मघाती कदम उठाने में माना जा रहा है। कयास लगाया जा रहा था कि जीआरपी की टीम सुसाइड नोट की मदद से ठेका कर्मी के आत्मघाती कदम उठाने की वजह तक पहुंच जाएगी। जिससे मृतक और उसके परिवार को न्याय मिल सकेगा। ताज्जुब की बात तो यह है कि घटना को पूरे पूरे 17 दिन बीत चुके हैं, लेकिन जांच प्रक्रिया जस की तस है। हालांकि जांच की धीमी गति की वजह पीड़ित परिवार द्वारा सामाजिक रीति रिवाज से किए गए क्रियाकर्म को बताया जा रहा है, लेकिन क्रिया कर्म को भी पांच दिन बीत चुके हैं। यदि मामले में कछुआ चाल से जांच पड़ताल की गई, तो ठेका कर्मी के आत्महत्या रहस्य बनकर रह जाएगा।