सांप, नालायक, बजरंग दल बैन से लेकर बजरंगबली की जय और चुनाव आयोग तक पहुंचे कर्नाटक की संप्रभुता जैसे बयान खत्म। कर्नाटक की 224 सीटों पर वोटिंग भी पूरी। वोट 66% पड़े। अब इंतजार रिजल्ट का। पर उससे पहले एग्जिट पोल।
इस बार किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं। 4 में से तीन एग्जिट पोल में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी, वहीं एक में भाजपा।
चारों सर्वे जेडीएस को 24 सीट के साथ किंगमेकर बता रहे। यानी 2018 की तरह एक बार फिर जेडीएस के बिना कांग्रेस या भाजपा की सरकार नहीं बनेगी।
ये सब अभी का हिसाब-किताब है। बस दो दिन रुकिए, नतीजे 13 मई को आएंगे। सरकार बनाने के लिए 113 विधायक चाहिए।
इसी कर्नाटक चुनाव के 3 ओपिनियन पोल…
1. इंडिया टीवी-CNX: किसी को स्पष्ट बहुमत नहीं
पोल के मुताबिक, कांग्रेस 105 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बन सकती है। भाजपा 85 और जेडीएस 32 सीटें जीत सकती है। यानी बहुमत किसी को नहीं। सर्वे 6 मई को हुआ था। इसमें 112 सीटों के 11 हजार 200 लोगों से बातचीत की गई थी।
2. एबीपी न्यूज-सी वोटर: कांग्रेस की सरकार
सर्वे में कांग्रेस को 110 से 122, भाजपा को 73 से 85 और जेडीएस को 21 से 29 सीटें मिलने का अनुमान है। यानी सरकार कांग्रेस की। सर्वे में 73 हजार लोगों का फीडबैक है। 44% लोगों ने कांग्रेस की, 32% ने भाजपा की सरकार बनने का अनुमान जताया। 31% लोगों ने बेरोजगारी को सबसे बड़ा मुद्दा बताया।
3. जी न्यूज-मैट्रिज: भाजपा की सरकार
सर्वे में भाजपा को 103 से 118, कांग्रेस को 82 से 97 और जेडीएस को 28 से 33 सीटें मिलने का अनुमान। सैंपल साइज के लिहाज से यह सबसे बड़ा ओपिनियन पोल है। इसमें 224 सीटों पर 3 लाख 36 हजार लोगों से सवाल किए गए। हर विधानसभा सीट पर 1500 लोगों से बात की गई।
सभी आंकड़े सर्वे में शामिल एजेंसीज के हैं।
बजरंग दल बैन पर भी ओपिनियन: 44% लोग बोले- कांग्रेस को घाटा
जी न्यूज-मैट्रिज के सर्वे में कांग्रेस के बजरंग दल बैन पर भी सवाल किया गया। 44% लोगों ने कहा इससे कांग्रेस को घाटा होगा। 22% बोले फायदा होगा और 19% ने कहा कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
2018 में एग्जिट पोल सही साबित हुए
2018 में 6 बड़े एग्जिट पोल में से 4 में भाजपा को सबसे बड़ी पार्टी बताया गया था। ये सही रहा। भाजपा 224 में से 104 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी। पर कांग्रेस और जेडीएस ने मिलकर सरकार बनाई। उठापटक जारी रही। 5 साल में कर्नाटक ने 2 सरकारें और 3 मुख्यमंत्री देखे।