Acn18.com/छत्तीसगढ़ और उड़ीसा की जल संबंधी आवश्यकता की पूर्ति करने के मामले में महानदी अपनी विशेष भूमिका निभा रही हैं। महानदी के पानी को लेकर ओडिशा में विवाद बना हुआ है। राज्य सरकार के द्वारा केंद्रीय जल विवाद न्यायाधिकरण में याचिका लगाई गई है। विवाद को सुलझाने के लिए 40 सदस्यों की टीम कोरबा दौरे पर पहुंची हुई है । कई बिंदुओं पर टीम को काम करना है।
जानकारी के मुताबिक केंद्रीय जल विवाद न्यायाधिकरण के पास ओडिशा की याचिका पर सुनवाई करने के लिए सरकार ने आगे की व्यवस्था बनाई है। इसके अंतर्गत संबंधित राज्यों में पहुंचकर टीम के सदस्यों को जलसंपदा की स्थिति के अलावा वहां की आवश्यकता का अध्ययन करना है। 30 अप्रैल से बिलासपुर संभाग के 4 दिन के दौरे पर केंद्रीय टीम पहुंची हुई है। इसमें उच्चतम न्यायालय के जज के अलावा प्रशासन सहित जल संसाधन विभाग के अधिकारी शामिल है। कोरबा जिले के बांगो डेम, हसदेव बराज सहित जांजगीर-चांपा और रायगढ़ जिले मे थी टीम के दौरे होंगे। बांगो पहुंचने पर टीम के सदस्यों ने यहां का निरीक्षण किया। समग्र दौरे के साथ टीम अपनी रिपोर्ट तैयार करेगी और उच्च स्तर पर इसे सौपेगी। बताया जाता है कि देश में जल विवाद की स्थिति जिन राज्यों में बनी हुई है उसके निपटारे के लिए एक आदर्श मापदंड बनाया गया है और इसके अंतर्गत संबंधित टीम काम करती है। कहां जा रहा है कि चुकी महानदी का उद्गम छत्तीसगढ़ से होता है और यह बड़े हिस्से से बहते हुए उड़ीसा की ओर जाती है। ऐसे में महानदी के पानी पर छत्तीसगढ़ की अधिकतम अधिकारिता स्वाभाविक रूप से बनती हैं। इन सबके बावजूद केंद्रीय जल विवाद न्यायाधिकरण का दौरा और उसका अध्ययन आने वाले दिनों में नीति निदेशक तत्वों के आधार पर उस स्थिति में पहुंचेगा जिसके माध्यम से दोनों पक्षों को संतुष्ट किया जा सके। ऐसी स्थिति में लोगों को आने वाले समय का इंतजार रहेगा।