Acn18.com/प्रदेश में बिजली की चोरी रोकने विद्युत विभाग जल्द ही घर-घर स्मार्ट मीटर लगाने जा रहा है। योजना की शुरुआत अभी हुई नहीं है,कि इसका विरोध शुरु होने लगा हैं। जांजगीर जिले में स्पाॅट बिलिंग व मीटर रीडिंग ठेका कर्मवारी संघ ने अधिकारियों को ज्ञापन सौंपकर स्मार्ट मीटर योजना को बंद करने की मांग की है। उनका कहना है,कि स्मार्ट मीटर योजना के लागू हो जाने से कई कर्मचारी बेरोजगार हो जाएंगे।
स्पॉट बिलिंग एवम मीटर रीडिंग ठेका कर्मचारी महासंघ ने अपनी चार सूत्री मांगो को लेकर 1 मई से काम बंद करने का निर्णय लिया है,महासंघ की मांग है की स्मार्ट मीटर को बंद किया जाए क्योंकि इससे कर्मचारी बेरोजगार होंगे। आउटसोर्सिंग ठेका प्रथा बंद किया जाए।प्रदेश सरकार ने अपने घोषणा पत्र में ठेका प्रथा बंद करने का वायदा किया था।मीटर रीडर संघ ने सभी कर्मचारियों के नियमितीकरण करने की मांग कर रही है इसके साथ ही छत्तीसगढ़ डिस्ट्रीब्यूशन, पावर, जनरेशन कंपनी में 4800 मीटर रीडर की संविदा में भर्ती किए जाने विज्ञापन निकाला गया था, जिसकी प्रक्रिया अभी तक नहीं बढ़ सकी है। महासंघ की मांग है,कि कई मीटर रीडरों की सेवा बिना सूचना दिए समाप्त कर दी गई है,जिन्हे पुनः सेवा में लिया जाए।स्पॉट बिलिंग एवम मीटर रीडिंग श्रमिक ठेका कर्मचारी महासंघ ने इस संबंध में अपना ज्ञापन विभाग के उच्चाधिकारियों को सौंपा है,अपनी मांग पूरी नहीं होने पर एक मई से सभी मीटर रीडर ने काम रोकने का निर्णय लिया है।
यह बात तो तय है,कि स्मार्ट मीटर योजना के लागू होन जाने से स्पाॅट बिलिंग और मीटर रीडिंग का काम पूरी तरह से समाप्त हो जाएगा। क्योंकि उपभोक्ताओं को मोबाईल रिचार्ज की तरह ही मीटर को रीचार्ज करना पड़ेगा। मतलब जितना बिजली का उपयोग होगा उतना रिचार्ज करना पड़ेगा। यही वजह है,कि रोजगार छिन जाने से स्मार्ट मीटर योजना का विरोध किया जा रहा है।