Acn18.com/मुंगेली जिले में अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई करने पहुंचे पुलिस जवान को घर में बंधक बनाकर मारपीट करने का मामला सामने आया है। आरक्षक की पिटाई करने के साथ ही उसे झूठे मामले में फंसाने की कोशिश करने वाले 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं एक आरोपी अभी भी फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है। पूरा मामले लोरमी थाना क्षेत्र का है।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, लोरमी थाने में पदस्थ पुलिस कॉन्स्टेबल विनोद ओगरे रविवार की शाम गोड़खाम्ही गांव जांच के लिए निकला था। उसी दौरान आरक्षक को ग्राम घोरबंधा निवासी आयुष पात्रे द्वारा अवैध शराब के परिवहन की जानकारी मिली, जिस पर आरक्षक ने आरोपी का पीछा किया।
घर में बंधक बनाकर की जमकर मारपीट
इसके बाद अवैध शराब की बिक्री करने वाले आरोपियों ने आरक्षक को अपने घर में बंधक बनाकर बेरहमी से पीटा। अपने साथ हो रही मारपीट से आरक्षक घबरा गया और किसी अनहोनी की आशंका से बचने के लिए आरक्षक ने उसने मोबाइल में वॉइस रिकार्डिंग कर घटना की जानकारी अपनी बहन को भेज दी। जिसके बाद उसकी बहन ने घटना की जानकारी अपने दूसरे भाई जो खैरागढ़ पुलिस बल में आरक्षक के रूप में तैनात है, उसे भेज दी। उसके बाद उसके भाई ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी लोरमी थाना पुलिस को दी।
मोबाइल नंबर से खोजती रही पुलिस
मारपीट के दौरान आरक्षक द्वारा वाइस रिकॉर्ड किए जाने की जानकारी जैसे ही आरोपियों को हुई, तो उन्होंने आरक्षक विनोद के मोबाइल को लूटकर अपने पास रख लिया। फिर उसे बंद कर दिया। आरक्षक के साथ अनहोनी की घटना की जानकारी मिलते ही जिलेभर की पुलिस अलर्ट मोड में आ गई। इस दौरान आरक्षक के मोबाइल का लोकेशन साइबर टीम के द्वारा घोरबंधा के पास बताया गया। इसके बाद पुलिस टीम घोरबंधा गांव पहुंची और आरक्षक विनोद ओगरे की तलाश करने लगी, मगर पुलिस उस तक नहीं पहुंच पाई।
आरक्षक को फंसाने के लिए की गई भारी क्रूरता
बताया जा रहा है कि सभी आरोपियों ने आरक्षक से मारपीट करने के बाद उस पर बहुत जुल्म भी ढाया। आरक्षक के मुंह में लकड़ी डालकर मुंह खोलकर जबरन शराब पिलाने की कोशिश की गई, ताकि उस पर शराब पीकर जबरदस्ती घर में घुसकर मारपीट करने का आरोप लगाया जा सके।
इसके बाद सभी ने मिलकर आरक्षक को गाड़ी में बैठाकर देर रात मुंगेली एसपी से शिकायत करने मोटरसाइकिल से निकल गए। इस दौरान ये सभी सिटी कोतवाली मुंगेली पहुंचे, जहां पर आरोपियों ने कोतवाली पुलिस को मनगढ़ंत कहानी सुनानी शुरू की।मगर पहले से ही एक आरक्षक के गायब होने की सूचना पाकर जिले की पुलिस अलर्ट मोड पर थी, लिहाजा आरोपियों को दबोचने में बिल्कुल भी देरी नहीं की गई।
पुलिस ने आरक्षक विनोद ओगरे को आरोपियों के चंगुल से छुड़ाया। वहीं आरक्षक विनोद ओगरे की शिकायत पर 5 आरोपियों के खिलाफ नामजद शिकायत दर्ज की गई। जिस पर लोरमी पुलिस ने 5 में से 4 आरोपियों को रामप्रसाद पात्रे (56 वर्ष), उसके दो बेटों रामप्रताप (34 वर्ष), उपेंद्र (29 वर्ष) और एक अन्य युवक विकास खाण्डेकर (18 वर्ष) को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं एक आरोपी आयुष रात्रे फरार है, जिसकी तलाश लोरमी पुलिस कर रही है।
घायल आरक्षक का इलाज जारी
पुलिस ने घायल आरक्षक विनोद ओगरे को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां उसका इलाज जारी है। उसकी हालत खतरे के बाहर बताई जा रही है।