Acn18.com/माफिया अतीक अहमद के बेटे असद को शनिवार सुबह 10 बजे कसारी-मसारी कब्रिस्तान में दफन कर दिया गया। इस दौरान यूपी पुलिस की सख्त सुरक्षा व्यवस्था थी। अतीक के नाना हामिद अली समेत 20 से 25 रिश्तेदारों को कब्रिस्तान के अंदर जाने दिया गया। सुपुर्द ए खाक की प्रक्रिया के दौरान कब्रिस्तान की ड्रोन से निगरानी की जाती रही।
इससे पहले सुबह 9.30 बजे असद-गुलाम के शवों को झांसी से प्रयागराज लाया गया। असद की बॉडी को अतीक के घर की जगह सीधा कब्रिस्तान ले जाया गया। पिता अतीक और मां शाइस्ता परवीन अंतिम संस्कार में शामिल नहीं होई। हालांकि, अतीक ने बेटे के जनाजे में शामिल होने की कोर्ट में अर्जी दी थी।
रिश्तेदारों को पुलिस खुद अपनी गाड़ी से लेकर पहुंची है। बाकी, स्थानीय लोगों को कब्रिस्तान से करीब 200 मीटर दूर रोक दिया गया। मीडिया को भी एंट्री नहीं दी गई है। इससे पहले, शुक्रवार रात 1.30 बजे पुलिस सुरक्षा में दोनों के शवों को झांसी से पुलिस और रिश्तेदार लेकर रवाना हुए। झांसी में गुरुवार को हुए एनकाउंटर में STF ने दोनों को मार गिराया था।
अपडेट्स…
- ACP प्रयागराज आकाश कुलहरि ने बताया कि असद परिवार के 20-25 लोग हैं। गुलाम के शव को अंतिम संस्कार के लिए दूसरी जगह ले जाया गया है। असद के नाना यहां हैं। वह असद को दफनाने की प्रक्रिया को अंजाम दे रहे हैं।
- असद के नाना हामिद अली ने कहा,”हमने नहलाने, कफन का इंतजाम कर लिया है। हम शव को नहलाने के बाद सुपुर्द-ए-खाक करेंगे। उनकी मां यहां नहीं है तो वह मजबूरी है। उनके दिल से पूछना चाहिए (क्या यह सही है)।
- पुलिस अतीक के करीबी रिश्तेदारों को एक गाड़ी में कब्रिस्तान ले गई है। सिर्फ यही लोग जनाजे में कब्रिस्तान के अंदर शामिल होंगे। बाकी, भीड़ को पुलिस ने 200 मीटर दूर रोक दिया है।
- शूटर गुलाम के शव को दूसरी जगह दफनाया जाएगा। उनके परिजन शव को लेकर निकल गए हैं।
- शनिवार सुबह प्रयागराज में असद का शव पहुंचने से पहले अतीक के चकिया स्थित घर के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी। करीब 300 से ज्यादा पुलिसकर्मी और PAC जवान तैनात किए गए हैं। बड़ी संख्या में महिला पुलिसकर्मी भी हैं। पुलिस आज स्थानीय लोगों को अतीक के पुश्तैनी घर की तरफ जाने से रोक रही है।
- एनकाउंटर के 36 घंटे बाद शव प्रयागराज भेजे गए
इससे पहले झांसी में शुक्रवार को करीब पूरे दिन शवों को लेने के लिए परिजन आएंगे या नहीं.. इस पर असमंजस बना रहा था। पुलिस प्रशासन ने झांसी के जीवनशाह कब्रिस्तान में कब्र भी खुदवा ली थी। अगर परिजन नहीं आते तो दोनों को यहीं दफनाया जाना था। दोनों का गुरुवार की देर रात झांसी में पोस्टमॉर्टम हुआ था। इसके बाद शव मॉर्चुरी में रखवाए गए। - शुक्रवार शाम करीब 7 बजे असद के फूफा डॉ. उस्मान, एक रिश्तेदार और दो वकीलों के साथ झांसी पहुंचे। फिर रात 9:30 बजे शूटर गुलाम के साले नूर आलम और रिश्तेदार मोहम्मद रेहान आए।
- परिजनों ने पहले ही अपने डॉक्यूमेंट पुलिस को भेज दिए थे। पुलिस को उनको शव सौंपने थे, लेकिन पुलिस को शव सौंपने में करीब 6:30 घंटे का वक्त लग गया।
- इतना वक्त क्यों लगा, इस पर पुलिस अफसर चुप्पी साधे रहे। बताया जा रहा है कि जो परिजन शव लेने आए थे, उनका पुलिस ने पहले वेरिफिकेशन कराया। उसके बाद उनको शव सौंपे गए। इससे वक्त लगा है।
- हालांकि, पुलिस अपनी सुरक्षा में दोनों को शवों को ले गई। पुलिस का काफिला झांसी शुक्रवार देर रात 1:30 बजे प्रयागराज के लिए निकला। पुलिस काफिले में दो इंस्पेक्टर समेत 20 पुलिसकर्मी हैं।
- इससे पहले, झांसी के मेडिकल कॉलेज में गुरुवार देर रात 2 बजे दोनों के पोस्टमॉर्टम हुए। इसके बाद शव मॉर्चुरी में रखवाए गए।
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असद के फूफा लेट आने पर बोले- ये फैमिली डिसीजन था
झांसी पहुंचे असद और गुलाम के परिजन मीडिया के सवालों से बचते हुए नजर आए। असद के फूफा, वकील और रिश्तेदार ने सिर्फ इतना कहा कि वे असद का शव लेकर प्रयागराज जाएंगे। वहां उसको दफनाया जाएगा। लेट आने के सवाल पर कहा कि ये फैमिली का फैसला था। वहीं, गुलाम के रिश्तेदारों ने कहा कि शव को प्रयागराज लेकर जा रहे हैं। वहां दफनाएंगे।एनकाउंटर में दर्ज हुईं 3 FIR
UP STF ने गुरुवार दोपहर 12:30 से 1 बजे के बीच एनकाउंटर में असद और शूटर गुलाम को मार गिराया था। दोनों उमेश पाल हत्याकांड में वांटेड थे और 5-5 लाख का इनाम था। झांसी से 30 किमी. दूर बड़ागांव के पारीछा डैम के पास STF ने जब बाइक से भाग रहे असद और गुलाम को रोका तो दोनों फायर करने लगे। जवाबी कार्रवाई में दोनों मारे गए।एनकाउंटर के बाद STF ने असद और गुलाम पर बड़ागांव थाने में 3 FIR दर्ज कराईं है। पहली में दोनों को पुलिस पर फायरिंग करने पर हत्या की कोशिश का आरोपी बनाया गया। जबकि दो FIR में वे आर्म्स एक्ट में आरोपी हैं। इसके अलावा, एनकाउंटर की एक FIR भी STF ने दर्ज कराई है।
- तबीयत बिगड़ने पर अतीक को ले जाया गया अस्पताल, असद के एनकाउंटर पर बोला अशरफ-अल्लाह की चीज थी, अल्लाह ने ले ली
- अतीक अहमद और उसके छोटे भाई अशरफ को लेकर प्रयागराज की पुलिस शुक्रवार रात कौशांबी पहुंची। उसे संदीपन घाट थाना क्षेत्र स्थित महंगाई कस्बा लाया गया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जांच टीम में ED के अधिकारी भी मौजूद थे। उन्होंने अतीक से उसकी बेनामी संपत्ति कहां-कहां और किस-किस के जरिए संचालित होती है। इस बारे में पता लगाने की कोशिश की। इसी बीच असद के एनकाउंटर पर अशरफ ने कहा, अल्लाह की चीज थी, अल्लाह ने ले लिया।
- असद और गुलाम के एनकाउंटर के आखिरी वक्त की कहानी
- माफिया अतीक के बेटे असद और शूटर गुलाम के एनकाउंटर का आखिरी चैप्टर 24 घंटे पहले शुरू हुआ। उमेश पाल हत्याकांड के शूटर्स की लोकेशन मिलने के बाद 24 घंटे पहले ही STF की एक टीम झांसी पहुंची थी। शुरुआती जानकारी गुड्डू मुस्लिम के छिपे होने की मिली थी।
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असद-गुलाम के घर से रिपोर्ट, अतीक के पड़ोसी बोले- असद गलत था, इसलिए सजा मिली
- गुरुवार दोपहर के 1 बज रहे थे। प्रयागराज की CJM कोर्ट में अतीक अहमद और अशरफ को आए हुए 2 घंटे बीत गए थे। पेशी लगभग खत्म ही होने वाली थी कि अचानक अतीक को उसके बेटे असद के एनकाउंटर की खबर मिली। वह असहज होकर कुर्सी पर बैठ गया। फूट-फूटकर रोने लगा।