बिलासपुर. जंगल में जुआ खेल रहे जुआरियों को पुलिस ने पकड़ने के लिए दौड़ाया तो इनमें से तीन जुआरी पुलिस के डर से पास के ही चेकडेम में कूद गए. इसमें से 2 जुआरी किसी तरह तैरकर बाहर निकल आए, वहीं तीसरे युवक की डूबकर मौत हो गई. गोताखोर गुरुवार से उसकी तलाश करते रहे, शनिवार सुबह उसकी बॉडी बरामद की गई है. घटना सीपत थाना क्षेत्र के ग्राम धौराकोना की है.
बता दें कि सीपत पुलिस को कुछ दिनों से पुलिस को धौराकोना गांव के पास जंगल में जुआ खेलने की सूचना मिल रही थी. गुरुवार को सीपत थाने की टीम दबिश देने के लिए निकली. शाम 4 बजे मौके पर पहुंची तो गांव से बाहर ग्राम धौराकोना के सूखा तालाब के पास जुआरियों की महफिल जमी थी. पुलिस ने घेराबंदी की तो 10-12 जुआरी मौजूद थे. इनमें से विवेक डहरिया, दसेराम सतनामी, दिलेश कुर्रे, मोहनकुमार लहरे, दुकालू पटेल बलौदा जिला जांजगीर- चांपा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. उनके कब्जे से 5300 रुपए नगद, 3 बाइक व 3 मोबाइल बरामद किया गया.
कुछ जुआरी भागने में सफल हो गए. इन्हीं में बलौदा के वार्ड क्रमांक 8 निवासी समीद मोहम्मद, कार्तिक और वीरेंद्र पुलिस से बचने लीलागर नदी में कूद गए. पुलिस ने उन्हें दौड़ाते हुए नदी तक गई, पुलिस ने उन्हें पानी में कूदते देखा, तो वहां से वापस लौट गई. कुछ देर बाद कार्तिक व वीरेंद्र तैरकर बाहर निकल गए पर समीद पानी मे डूब गया, उसका पता नहीं चला.
बलौदा पहुंचने पर वीरेंद्र व एक फरार जुआरी ने समीद के भाई अलीम कुरैशी को फोन पर घटना की जानकारी दी. सूचना पाकर वीरेंद्र के साथ अपने बड़े भाई व दोस्तों को लेकर शहिद कुरैशी नदी तक पहुंचे और मृतक समीद की तलाश की, लेकिन उसका पता नहीं चला तो पुलिस को सूचना दी. इसके बाद पुलिस व एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और पानी में डूबे युवक समीद की तलाश में जुट गई, जिसकी डेड बॉडी शनिवार सुबह बरामद की गई.
युवक का शव मिलने के बाद ग्रामीणों में आक्रोश है. ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने आसपास खड़े युवकों को दौड़ाया तो डर के कारण युवक नदी में कूद गए और एक की डूबने से मौत हो गई. ग्रामीण दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे. पुलिस के आला अफसर मौके पर पहुंचकर उन्हें समझाइश देने में जुटे हैं.