acn18.com उज्जैन/ सीहोर वाले पंडित जी के नाम से देशभर में प्रसिद्ध पंडित प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा का रसपान करने के लिए हजारों किलोमीटर दूर से श्रद्धालु धार्मिक नगरी उज्जैन पहुंच चुके हैं। रविवार रात से ही शिव महापुराण के कथा स्थल पर श्रद्धालुओं के पहुंचने का क्रम जारी था, जिसे देखकर शुरुआत में तो ऐसा लग रहा था मानों श्रद्धालुओं को इस कथा स्थल की अग्रिम पंक्ति में बैठकर कथा सुनने की लालसा है, इसलिए श्रद्धालु दरी और अन्य साधनों से अपनी जगह को आरक्षित कर रहे हैं। लेकिन सोमवार का दिन जैसे-जैसे बीता उससे आयोजनकर्ताओं को भी यह समझ आ गया कि श्रद्धालु आखिर पंडाल में बैठने के लिए इतनी मशक्कत क्यों कर रहे थे।
उज्जैन में श्री विट्ठलेश सेवा समिति शिव महापुराण कथा का आयोजन करा रहा है। पंडित प्रदीप मिश्रा के शिव महापुराण कथा पंडाल में आस्थावान श्रद्धालुओं का सैलाब कथा शुरू होने से पहले देखते ही बन रहा है। सात दिवसीय शिव महापुराण कथा की शुरुआत चार अप्रैल से होगी, लेकिन सोमवार शाम तक पंडाल की स्थिति यह हो चुकी थी कि यहां आने वाले श्रद्धालु सिर पर कपड़ों का बैग रखकर ऐसे प्रयास कर रहे थे, जिससे उन्हें कथास्थल के नजदीक से नजदीक बैठने का मौका मिल सके। काफी लोग पंडाल में देर से पहुंचने पर खुद से ही नाराज थे, क्योंकि पंडाल की अग्रिम पंक्ति के स्थान पर पहले ही श्रद्धालु बैठ चुके हैं। जबकि देर से आए श्रद्धालु सिर पर कपड़ों का बैग रखकर अपनी जगह संभालने में लगे हुए थे।
जिन्हें मिली जगह करने लगे भजन
रविवार रात से शिव महापुराण कथा के पंडाल में अपनी जगह रोक कर बैठे कुछ लोग निश्चिंत दिखाई दे रहे हैं, क्योंकि उन्होंने अपनी जगह कथा शुरू होने के पहले से ही संभाल ली थी। ऐसे लोगों ने बाबा महाकाल को याद करते हुए जमकर भजन कीर्तन किया