acn18.com अमृतसर/ पंजाब में खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की तलाश रविवार को दूसरे दिन भी जारी है। पंजाब पुलिस ने राज्य में उसे ढूंढने के लिए मेगा सर्च ऑपरेशन छेड़ा है। ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के प्रमुख अमृतपाल को शनिवार को गिरफ्तार करने की कोशिश की गई थी मगर वह पुलिस को चकमा देकर निकल गया। उसकी गाड़ी नकोदर में खड़ी मिली। सूत्रों के मुताबिक अमृतपाल का मोबाइल फोन भी इसी गाड़ी में मिला।
अमृतपाल की गिरफ्तारी की सूचना शनिवार दोपहर में आई थी मगर देर रात पुलिस ने बताया कि वह फरार है। अमृतपाल को भगोड़ा घोषित कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक, उस पर NSA लगाने की तैयारी है। अमृतपाल के फाइनेंसर दलजीत सिंह कलसी को अरेस्ट कर लिया गया है। वह एक्टर और प्रोड्यूसर है। पुलिस ‘वारिस पंजाब दे’ से जुड़े 78 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
अपडेट्स…
- अमृतपाल के समर्थन में मोहाली में कौमी इंसाफ मोर्चा 20 घंटे से धरना दे रहा है। मोर्चे ने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
- न्यूयॉर्क में सिख भारतीय दूतावास के बाहर प्रदर्शन करेंगे। कनाडा के कंजरवेटिव पार्टी के सांसद टिम एस उप्पल ने कहा कि पंजाब से आ रही रिपोर्टों को लेकर चिंतित हूं।
जालंधर में पुलिस ने घेरा था, अमृतपाल चकमा देकर भाग गया
अमृतपाल के जालंधर और बठिंडा में प्रोग्राम थे। जालंधर के मैहतपुर में वह प्रोग्राम में जा रहा था कि पुलिस ने उन्हें पकड़ने के लिए घेराबंदी शुरू कर दी। अमृतपाल का काफिला मैहतपुर के पास पहुंचा तो पुलिस ने घेरा डाल लिया। काफिले में आगे चल रही 2 गाड़ियों में सवार 7 लोग पकड़ लिए गए।
अमृतपाल की कार काफिले में तीसरे नंबर पर थी। पुलिस को देखकर अमृतपाल का ड्राइवर गाड़ी को लिंक रोड पर ले गया। इसके बाद वारिस पंजाब दे संगठन के प्रमुख को पकड़ने के लिए पुलिस की गाड़ियां पीछे लगी। इस बीच अमृतपाल की गाड़ी नकोदर में खड़ी मिली।
मोबाइल इंटरनेट बंद, कई जिलों में धारा 144 लगाई गई
पूरे पंजाब में पुलिस-प्रशासन अलर्ट मोड पर है। अमृतसर, फाजिल्का, मोगा, मुक्तसर समेत कई जिलों में धारा 144 लागू है। इसकी वजह अमृतसर में हो रहा G20 देशों का सम्मेलन बताया जा रहा है। पंजाब में आज दोपहर 12 बजे तक मोबाइल इंटरनेट सेवाएं और बल्क SMS सेवाएं बंद रहेंगी। 12 बजे के बाद इंटरनेट सेवाएं चालू होंगी या नहीं, फिलहाल इसे लेकर कोई जानकारी नहीं है।
दो दिन नहीं चलेंगी रोडवेज की बसें
पंजाब में आज से दो दिन के लिए सरकारी बस सेवाएं भी बंद रहेंगी। सरकारी आदेश के अनुसार, सोमवार और मंगलवार को पंजाब रोडवेज व पनबस की कोई बस नहीं चलेगी। यह फैसला अमृतपाल समर्थकों की ओर से तोड़फोड़ किए जाने की आशंका को देखते हुए लिया गया। पीआरटीसी की बसें चलेंगी या नहीं, इसे लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है।
अमृतसर में आज से G20 देशों का सम्मेलन
आज से अमृतसर में G20 देशों का लेबर लॉ पर दो दिन का सम्मेलन भी शुरू हो रहा है। इसके लिए ज्यादातर विदेशी डेलीगेट्स शनिवार को ही अमृतसर पहुंच गए। यह सम्मेलन अमृतसर के खालसा कॉलेज और गुरु नानकदेव यूनिवर्सिटी (GNDU) में हो रहा है। इसे लेकर बेहद कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। अमृतसर की तमाम प्रमुख सड़कों पर पुलिस ने नाकेबंदी कर रखी है।
आज खत्म होगी निहंगों की समय सीमा
मोहाली में अमृतपाल को रिहा करने के लिए उसके समर्थकों का धरना शनिवार देर रात तक चलता रहा। चंडीगढ़-मोहाली बॉर्डर पर लगे कौमी इंसाफ मोर्चा में शामिल लगभग 150 निहंगों ने शनिवार को चंडीगढ़ की तरफ बढ़ने की कोशिश की और पुलिस के साथ धक्कामुक्की होने पर शाम 5 बजे एयरपोर्ट रोड जाम कर दी थी। इन्होंने हाथों में नंगी तलवारें, बरछे-भाले और डंडे ले रखे थे। रात 10 बजे तक वहां बड़ी संख्या में लोग जमा रहे। उसके बाद भीड़ तो कम हो गई लेकिन सड़क नहीं खोली जा सकी। इनके प्रदर्शन को देखते हुए यहां रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) के अलावा बुलेटप्रूफ ट्रैक्टर तैनात किया गया है। निहंगों ने पुलिस को अमृतपाल को रिहा करने के लिए 24 घंटे का समय दिया है। यह समय सीमा आज शाम को पूरी हो जाएगी।
जानिए शनिवार को क्या-क्या हुआ
- अमृतपाल ने शनिवार को पंजाब में 2 जगह अपने प्रोग्राम रखे थे। इनमें पहला प्रोग्राम जालंधर के मलसियां कस्बे और दूसरा प्रोग्राम बठिंडा जिले के रामपुरा फूल में था। इन प्रोग्राम से पहले पुलिस ने प्रदेशभर में उसके संगठन से जुड़े लोगों को गिरफ्तार करने का ऑपरेशन शुरू किया।
- पूरे ऑपरेशन को गोपनीय रखा गया। आसपास के जिलों से रातोंरात पुलिस फोर्स जालंधर बुला ली गई। मलसियां कस्बा जालंधर-मोगा नेशनल हाईवे पर है। इस हाईवे पर सुबह से भारी नाकेबंदी कर दी गई।
- शनिवार दोपहर 1 बजे अमृतपाल का काफिला मैहतपुर के पास पहुंचा तो पुलिस ने घेरा डाल लिया। काफिले में आगे चल रही 2 गाड़ियों में सवार 7 लोग पकड़ लिए गए। अमृतपाल की कार काफिले में तीसरे नंबर पर थी। पुलिस को देखकर उसका ड्राइवर गाड़ी लिंक रोड की तरफ भगा ले गया। पुलिस ने तकरीबन 60 गाड़ियां पीछे लगा दी।
- दोपहर लगभग ढाई बजे अमृतपाल को गिरफ्तार कर लिए जाने की खबर आई। रात होते-होते पुलिस की ओर से बताया गया कि अमृतपाल हाथ नहीं आया है। उसकी तलाश में सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया है। प्रदेशभर से ‘वारिस पंजाब दे’ से जुड़े 78 लोग गिरफ्तार किए गए।
- पंजाब पुलिस को अमृतपाल की गाड़ी नकोदर में खड़ी मिली। कहा गया कि वह दूसरी कार में बैठकर भाग निकला।
- अमृतपाल के करीबी भगवंत सिंह उर्फ बाजेके को पुलिस ने मोगा में उसके खेतों से पकड़ा। उस समय वह पशुओं के लिए चारा काट रहा था। भगवंत सिंह ने सोशल मीडिया पर लाइव होकर अपनी तरफ बढ़ते पुलिसवालों को दिखाया।
- अमृतपाल के साथी सोशल मीडिया पर वीडियो डालकर लोगों से इकट्ठा होने की अपील करने लगे। इसके बाद पूरे पंजाब में मोबाइल इंटरनेट और बल्क SMS सेवाएं बंद कर दी गई।
- मोहाली में अमृतपाल के समर्थक सड़क पर उतर आए। यहां कौमी इंसाफ मोर्चा के 150 निहंगों ने तलवारें और डंडे लेकर चंडीगढ़ की तरफ बढ़ना शुरू कर दिया। जब पुलिस ने रोका तो धक्का-मुक्की हो गई। उसके बाद निहंगों ने एयरपोर्ट रोड जाम कर दी। इसके बाद यहां रैपिड एक्शन फोर्स के साथ बुलेटप्रूफ ट्रैक्टर तैनात कर दिया गया।
- अमृतपाल समर्थकों ने बरनाला-फरीदकोट स्टेट हाईवे भी ब्लॉक कर दिया। यह लोग बहादुरपुर कस्बे के पास हाईवे पर बैठ गए। उसके बाद यहां भारी पुलिसफोर्स लगा दी गई। मोहाली में निहंगों ने एयरपोर्ट रोड जाम कर दिया। इनके प्रदर्शन में भीड़ बढ़ती देखकर मौके पर रैपिड एक्शन फोर्स के अलावा बुलेटप्रूफ ट्रैक्टर तैनात कर दिया गया।
अजनाला थाने पर किया था हमला
खालिस्तान समर्थक संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल की अगुआई में उसके हजारों समर्थकों ने 23 फरवरी 2023 को अमृतसर के अजनाला थाने पर हमला कर दिया था। इनके हाथों में बंदूकें और तलवारें थीं। ये लोग अमृतपाल के करीबी लवप्रीत सिंह तूफान की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे थे। हमले से दबाव में आई पंजाब पुलिस को लवप्रीत सिंह तूफान को रिहा करने का ऐलान करना पड़ा था।
अमृतपाल के गांव के चारों तरफ सेंट्रल फोर्स तैनात
अमृतपाल को पकड़ने के लिए पंजाब पुलिस ने अमृतसर जिले में रईया के पास पड़ते उसके पैतृक गांव जल्लूपुर खेड़ा को भी शनिवार दोपहर घेर लिया। गांव में आने-जाने वाले हर व्यक्ति से पूछताछ के अलावा गाड़ियों की तलाशी ली गई। पंजाब पुलिस के अलावा जल्लूपुर खेड़ा के चारों तरफ सेंट्रल फोर्सेस के जवान तैनात किए गए हैं।