acn18.com कोरबा / रंग पंचमी के अवसर पर कोरबा के पंडित मुकुटधर पांडेय साहित्य सदन में आयोजित समारोह में साहित्यकारों ने होली मिलन मनाया। यहां पर वरिष्ठ कवियत्री दीप दुर्गवि के प्रथम काव्य संग्रह का विमोचन अतिथियों ने किया। साहित्य लेखन और पठन को लेकर भी यहां पर विस्तार से बातचीत हुई। आयोजन में क्षेत्र के साहित्यकारों ने उपस्थिति दर्ज कराई।
अनेक औद्योगिक इकाइयों की गतिविधियों के बीच कोरबा जिले में साहित्य सृजन का काम भी पूरी रफ्तार से चल रहा है। कोरबा में पिछले कई दशक से शासकीय सेवा के साथ कविता लेखन कर रही कवियत्री दीप दुर्गवी के प्रथम काव्य संग्रह के विमोचन अवसर पर साहित्य सदन में कार्यक्रम आयोजित किया गया। विद्या की देवी सरस्वती की पूजा अर्चना के साथ कार्यक्रम आगे बढ़ा। वरिष्ठ साहित्यकार डॉक्टर मानिक विश्वकर्मा कमलेश यादव उमेश अग्रवाल और यूनुस दनियाल पुरी ने इस काव्य संग्रह का विमोचन किया। इस अवसर पर दीप दुर्गवी ने साहित्य के सफर को लेकर अपनी बात रखी।
वरिष्ठ साहित्यकार उमेश अग्रवाल ने कार्यक्रम में कहा की अभाव और वेदना को करीब से महसूस करने वाला व्यक्ति अच्छी रचनाओं को लिखने में समर्थ होता है। साहित्यकार और ग्रैंड एशियन न्यूज़ के संपादक कमलेश यादव ने बताया कि लंबे समय से दीप साहित्य के क्षेत्र में सक्रिय हैं और लगातार अपनी भूमिका का निर्वाह कर रही है। यह अच्छी बात है कि वर्तमान दौर में ना केवल लिखा जा रहा है बल्कि पढ़ने के प्रति लोगों की रूचि बेहतर बनी हुई है।
कोरबा जिले में शहर से लेकर कस्बों में मौजूद प्रतिभाएं साहित्य की अलग-अलग विधाओं में अपनी सृजन क्षमता का प्रदर्शन कर रही हैं। साहित्य के प्रति लोगों की बढ़ती जिज्ञासा के बीच साहित्यकारों के द्वारा अपनी रचनाओं को पुस्तक का आकार दिया जा रहा है और वे अपनी पहुंच दूर-दराज तक बना रही हैं। कोरबा में रंग पंचमी के अवसर पर साहित्यकारों के द्वारा आयोजित कार्यक्रम में होली मिलन की परंपरा भी निभाई गई। यहां पर उपस्थित लोगों ने एक दूसरे को तिलक लगाकर उन्हें शुभकामनाएं दी। इसके साथ संकल्प लिया गया कि लगातार वे अपने क्षेत्र में इसी प्रकार से सक्रियता बनाए रखेंगे।