acn18.com जांजगीर-चांपा / बेटे को जन्म दिया पाला और संतति आगे बढ़ाने के लिए विवाह कर दिया. उम्मीद थी कि अब बुढ़ापा प्रेम और शांति से कटेगा लेकिन सपने ध्वस्त हो गए और बेटा बहू ने बुजुर्ग माता-पिता को घर से निकाल दिया. अब यह बुजुर्ग दंपत्ति घर से दूर रेलवे स्टेशन पर रहकर किसी तरह अपनी जिंदगी बसर कर रहे हैं.
छत्तीसगढ़ की जाज्वल्य धानी कहे जाने जांजगीर-चांपा जिले के ग्राम सर को निवासी 75 वर्षीय गिरीलाल राठौर और उनकी पत्नी 70 वर्षीय दुखीन बाई जिलाधीश कार्यालय पहुंचे. दोनों ने कलेक्टर से मिलकर गुहार लगाई कि उनके बेटे बहू ने उन्हें घर से बेघर कर दिया है. बुजुर्ग राठौर दंपत्ति ने बताया कि ग्राम सड़कों में उनका घर है उनके एक बेटा और बेटी हाय बेटी का विवाह करके उसे ससुराल भेज दिया गया बेटे की भी शादी कर दी गई. बहू के आते ही बेटे के तेवर बदल गए आए दिन बुजुर्ग दंपत्ति से मारपीट की जाने लगी और 1 दिन दोनों को घर से बेघर कर दिया गया
राठौर दंपत्ति ने अपनी करुण कथा सुनाते हुए बताया कि उन्हें विवश होकर स्टेशन पर शरण लेनी पड़ रही है. जिन हाथों से अन्न उपजा कर अथवा मजदूरी कर गिरीलाल अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे थे वही हाथ अब उम्र के साथ कमजोर हो गए हैं और स्टेशन पर भिक्षा मांगने को मजबूर हैं. रात्रि में यही स्टेशन पर ही अपना समय काटते हैं.
कहां जा रही है भारत की संस्कृति : जिसे जन्म दिया पाला बढ़ाया उसी ने घर से निकाला , माता पिता स्टेशन पर गुजारते हैं समय ,जिलाधीश से लगाई न्याय की गुहार pic.twitter.com/FvsDPiDyyY
— acn18.com (@acn18news) February 1, 2023
जिस उम्र में अपने बच्चों की आंखों से बुजुर्ग दुनिया देखा करते हैं उम्र के उस मुकाम पहुंचने पर गिरीलाल को भी कम दिखाई देने लगा लेकिन उनका हाथ पकड़ कर सहारा देने की वजह है उनका बेटा उन्हें मारपीट कर पत्नी के साथ घर से बाहर निकाल देता है. उम्र और घर से निकाले जाने का दर्द लेकर बुजुर्ग दंपत्ति ने जिलाधीश से न्याय की गुहार लगाई है. देखना है कि जिले के सर्व शक्तिशाली अधिकारी उन्हें न्याय दिला पाते हैं अथवा नहीं
एनटीपीसी प्रबंधन के विरुद्ध लामबंद हुए ग्रामीण ,दफ्तर के सामने की गई जमकर नारेबाजी …देखिए वीडियो