acn18.com कोरबा /कोरबा के महाराणा प्रताप नगर क्षेत्र में संचालित प्राथमिक उपभोक्ता भंडार के साथ के प्रकार की समस्या बनी हुई है और लोग अरसे से परेशान हो रहे हैं। हर महीने का सरकारी राशन लेने के लिए लोगों को तीन से चार चक्कर लगाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। कई मौके पर यहां विवाद की स्थिति निर्मित हो चुकी है फिर भी कोई सुधार नहीं हो सका है।
नागरिकों को सस्ती दर पर शक्कर चावल चना उपलब्ध कराने का काम सरकार कर रही है । सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत ऐसे कार्यों को करने की जिम्मेदारी अनेक स्थानों पर महिला समूह और प्राथमिक सहकारी उपभोक्ता भंडारों को दी गई है। कोरबा के महाराणा प्रताप नगर में ऐसे ही एक उपभोक्ता भंडार को संचालित करने की जिम्मेदारी कादरी नामक व्यक्ति को खाद्य विभाग ने दी है। लेकिन दावा किया जा रहा है कि वैकल्पिक व्यवस्था के अंतर्गत पूजा अग्रवाल यहां पर संचालन का कामकाज देख रही है। काफी समय से इस राशन दुकान में वितरण को लेकर अव्यवस्था बनी हुई है और लोग बेहद परेशान हो रहे हैं। जनवरी महीने में भी इस प्रकार की समस्याएं यहां पर कायम है। लोगों की शिकायत है कि उन्हें एक बार में राशन नहीं मिलता है बल्कि इसके लिए हर महीने 3 से 4 चक्कर लगाने पड़ते हैं। इन कारणों से उनके दूसरे काम प्रभावित होते हैं।
उपभोक्ताओं ने अभी बताया कि राशन की कमी का मसला आखिर हर बात केवल इसी सोसाइटी में क्यों उत्पन्न होता है इस बारे में सीधे सपाट जानकारी देने के बजाय संचालक की ओर से दुर्व्यवहार किया जाता है। उपभोक्ताओं के आरोपों को लेकर पीडीएस संचालक ने बताया कि कई कारणों से राशन की कमी हुई है इसलिए फिलहाल परेशानी है लोगों को 2 दिन के बाद आने के लिए कहा गया है ।
संचालक ने बताया कि विवाद जैसी कोई बात नहीं है लेकिन जब लोग एक ही विषय को लेकर दबाव बनाने का प्रयास किया जाता है तो हालात असामान्य हो ही जाते हैं।
याद रहे 2 महीने पहले इसी उपभोक्ता भंडार को लेकर लोगों ने जमकर बवाल मचाया था और खाद्य विभाग के जिला अधिकारी को इस मामले की जानकारी दी थी। जिसके बाद सहायक खाद्य अधिकारी आशीष चतुर्वेदी ने मौके पर पहुंचे स्थिति का जायजा लिया था और 1 सप्ताह के भीतर यहां की व्यवस्था बदलने का भरोसा दिया था लेकिन नतीजे जस के तस बने हुए हैं। इसे देखते हुए ऐसा लगता है कि सब कुछ सांठगांठ के आधार पर ही चल रहा है और इसका खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है