acn18.com कोरबा/एसईसीएल मानिकपुर में कलिंगा प्राइवेट लिमिटेड की साइट पर हंगामा करने वालों की मुश्किलें बढ़ गई हैं । गणेश्वर बेहरा की रिपोर्ट पर पुलिस ने कुछ भुविस्थापित के खिलाफ आईपीसी की धाराओं के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है । जबकि दूसरे पक्ष ने भी अपनी ओर से लिखित आवेदन दिया है।
स्थानीय लोगों को रोजगार के मामले में प्राथमिकता देने की बात को लेकर मानिकपुर ढेलवाडीह सहित चार गांव के लोगों ने कलिंगा प्राइवेट लिमिटेड की साइट पर हंगामा किया था। इस दौरान मौके पर मौजूद उन मजदूरों का सामान फेंकने का काम किया गया जो उड़ीसा से यहां लाए गए थे। आरोप है कि इन लोगों के साथ मारपीट की गई और जान से मारने की धमकी दी गई। मानिकपुर पुलिस चौकी प्रभारी प्रहलाद राठौर ने बताया कि गणेश्वर बेहरा के द्वारा इस मामले में एफ आई आर दर्ज कराई गई है जिस पर जितेंद्र रत्नाकर और कई लोगों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया गया है।
घटना के दौरान यहां जमकर बवाल हुआ था और स्थानीय लोगों के द्वारा कलिंगा कंपनी पर आरोप लगाए गए थे कि वह बाहर से मजदूरों को ला रही है और हमारी उपेक्षा कर रही है। जबकि कंपनी का तर्क है कि रोजगार के अधिकार के अंतर्गत देश का नागरिक किसी भी हिस्से में जाकर कामकाज का सकता है और इस बारे में उसे किसी प्रकार की चुनौती नहीं दी जा सकती। कलिंगा से पहले एनएसपीएल के सामने भी इस प्रकार की चुनौतियां मानिकपुर प्रोजेक्ट में काम करने के दौरान आ चुकी हैं। लेकिन पहला मौका है जब ओडिशा की कंपनी ने मामले की रिपोर्ट दर्ज कराने में दिलचस्पी ली है
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