acn18.com कटघोरा/देश-विदेश में कोदो-कुटकी, रागी जैसे मिलेट की बढ़ती मांग को देखते हुए छत्तीसगढ़ में मिलेट मिशन शुरू किया गया है। छत्तीसगढ़ सरकार ने मिलेट मिशन के माध्यम से वर्ष 2023 तक छत्तीसगढ़ को देश में मिलेट हब के रूप में पहचान बनाने का लक्ष्य रखा है। कोदो, कुटकी एवं मिलेट से विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाने महिला स्व सहायता समूह को कटघोरा वन विभाग द्वारा प्रशिक्षण दिया गया।
कोदो, कुटकी एवं मिलेट से विभिन्न प्रकार व्यंजन के बनाने महिला स्व सहायता समूह को वन विभाग ने दिया प्रशिक्षण pic.twitter.com/Hj4qssOMN7
— acn18.com (@acn18news) December 20, 2022
मिलेट मिशन से वनांचल और आदिवासी क्षेत्र के किसानों की न केवल आमदनी हो रही है। बल्कि छत्तीसगढ़ को एक नई पहचान भी मिल रही है। वहीं, मिलेट्स के प्रसंस्करण और वेल्यूएडिशन से किसानों, महिला समूहों और युवाओं को रोजगार भी मिल रहा है। कटघोरा वन मण्डल द्वारा छुरी स्थित माहुलपत्ता प्रशंसकरण केंद्र में प्रेरणा स्व सहायता समूह छुरी में उत्तराखंड से आई प्रशिक्षक ने कोदो, कुटकी एवं मिलेट से विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाने का प्रशिक्षण दिया गया। इस मौके बिलासपुर से वनमण्डल सम्भागीय सीसीएफ राजेश चंदेले व कटघोरा डीएफओ व वनमंडल केअधिकारी, कर्मचारियों के साथ साथ बड़ी संख्या में महिलाएं उपस्थित रही।