acn18.com कोरबा/कोरबा के मोतीसागर पारा स्थित एलपीजी आधारित शवदाह गृह की शुरुआत अब तक नहीं हो सकी है। नगर निगम द्वारा किसी बाहरी कंपनी के माध्यम से इसकी स्थापना कराई गई है बावजूद इसके शवदाह गृह की शुरुआत नहीं होना कई सवालों को जन्म दे रहा है। इस शवदाह गृह के शुरु हो जाने से लोगों को अंतिम संस्कार में आसानी होगी और अस्थियां भी काफी जल्द मुहैया हो जाऐगी।
महानगरों की तर्ज पर विकसित हो रहे कोरबा शहर में लोगों के लिए कई सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है। जन्म से लेकर मृत्यु तक के सभी क्रियाकलाप बेहतर ढंग से संपन्न हो सके इसके लिए काफी प्रयास किया जा रहा है। इसी कड़ी में नगर निगम के द्वारा मोतीसागरपारा मुक्तिधाम में एलपीजी आधारित शवदाह गृह की स्थापना की गई जिसकी शुरुआत अब तक नहीं हो सकी है। शवदाह गृह के शुरु नहीं होने के पीछे की मुख्य वजह क्या है इस बात का पता अब तक नहीं चल सका है।
मुक्तिधाम का संचालन जेसीआई सेंट्रल द्वारा किया जाता है,जिनके सदस्यों ने बताया,कि साल भर पूर्व शवदाह गृह की स्थापना हो गई हैं हरियाणा की किसी कंपनी ने इसे इंस्टाल किया था लेकिन किन्हीं कारणों से इसी शुरुआत नहीं हो सकी है। हालांकि शव दाह गृह जल्द से जल्द शुरु हो सके इसके लिए प्रयास किया जा रहा है।
एलपीजी पर आधारित शवदाह गृह काफी आधूनिक है। इसमें एलपीजी के करीब 11 सिलेंडर लगते हैं और एक शव के अंतिम संस्कार में सवा सिलेंडर खर्ज होता है। अंतिम संस्कार की पूरी प्रक्रिया को संपन्न होने में करीब 35 मिनट का वक्त लगता है और उसके बाद अस्थियां भी लोगों को जल्दी मिल जाती है। इस आधार पर इस शवदाह गृह की शुरुआत होती है,तो लोगों का समय और पैसा दोनों बचेंगे।
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