acn18.com मध्य प्रदेश /मध्य प्रदेश के मुरैना में गुरुवार को एक अवैध पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट हो गया। घटना में 4 लोगों की मौत हो गई, जबकि 4 की हालत गंभीर है। घटना सुबह 9 बजे हुई। धमाका इतना जबरदस्त था कि पूरी बिल्डिंग ढह गई। बिल्डिंग के मलबे में कई लोग दब गए। अब तक 7 लोगों को बाहर निकाला गया है। इनमें 9 साल की एक बच्ची भी है।
पुलिस ने बताया कि बानमौर कस्बे की बिल्डिंग में यह धमाका हुआ। मलबे में कुछ लोग अभी भी दबे हुए हैं, जिन्हें बचाने की कोशिशें जारी हैं। मुरैना कलेक्टर बी कार्तिकेय ने बताया कि विस्फोट बारूद से हुआ है या गैस सिलेंडर फटने से यह स्पष्ट नहीं है। इसकी जांच की जा रही है। अभी तक 4 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है।
रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। मलबे में सर्चिंग की जा रही है।
मलबा हटाने में जुटीं 3 जेसीबी
जिस बिल्डिंग में विस्फोट हुआ है, उसके पीछे का घर भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। मलबे को हटाने के लिए तीन जेसीबी मशीनें लगाई गई है। इस मकान में कई लोग किराए पर रहते हैं। प्रशासन की टीम इस बिल्डिंग में रहने वाले लोगों का ब्योरा जुटा रही है।
बाहर से लाया गया पटाखों का स्टॉक, पैकिंग के दौरान ब्लास्ट
जानकारी के मुताबिक, यहां बाहर से लाए गए पटाखों का स्टॉक रखा गया था। पटाखों की पैकिंग चल रही थी। कुछ लोग बारूद से पटाखे बना भी रहे थे। इसी दौरान विस्फोट हुआ। धमाके की आवाज सुनते ही स्थानीय लोग मलबे में दबे लोगों को बचाने के लिए पहुंचे। अब पुलिस और दमकल कर्मियों की टीम रेस्क्यू ऑपेरशन कर रही है।
2015 में झाबुआ में ब्लास्ट हुआ था, 73 जानें गई थीं
झाबुआ जिले के पेटलावद में 12 सितंबर 2015 को ब्लास्ट हुआ था। इस हादसे में 73 लोगों की जान चली गई थी। सुबह 8.15 बजे राजेंद्र कांसवा के गोदाम में रखी जिलेटिन की छड़ों में विस्फोट हुआ था। हादसे में 70 से ज्यादा लाेग घायल हुए थे। विस्फोट इतना तेज था कि 11 किमी दूर तक धमाका सुनाई दिया था। ब्लास्ट में 3 मकान पूरी तरह तहस-नहस हो गए थे। इस हादसे में 17 गांवों के लोग चपेट में आए थे।