क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट का महाकुंभ यानी टी-20 वर्ल्ड कप 16 अक्टूबर से शुरू होने वाला है। यह आठवां टी-20 वर्ल्ड कप है। 2007 से अब तक यह सिर्फ दूसरा मौका है जब लगातार दो साल में दो बार इस टूर्नामेंट का आयोजन हो रहा है। पिछले साल अक्टूबर-नवंबर में ही UAE में सातवां वर्ल्ड कप खेला गया था। असल में पिछला टूर्नामेंट 2020 में ही होना था, लेकिन कोरोना महामारी के कारण इसे एक साल टालना पड़ा था। इससे पहले 2009 और 2010 में लगातार दो साल दो बार टी-20 वर्ल्ड कप का आयोजन हुआ था। टीम इंडिया अपना पहला मैच दिवाली के एक दिन पहले 23 अक्टूबर को खेलने वाली है।
आइए, आपको इस मेगा टूर्नामेंट के बारे में वह सब कुछ बताते हैं जिन्हें जानने के बाद वर्ल्ड कप को लेकर आपके रोमांच में और भी इजाफा होगा। इनमें टूर्नामेंट में भारत का शेड्यूल, नए नियम, पॉइंट्स सिस्टम और ग्रुप की जानकारी शामिल हैं…
सबसे पहले मेजबान के बारे में जानते हैं…
इस बार के टी-20 वर्ल्ड कप का होस्ट ऑस्ट्रेलिया है। टूर्नामेंट के सभी मैच ऑस्ट्रेलिया के सात अलग-अलग शहरों में खेले जाएंगे। भारत सहित सभी टीमें ऑस्ट्रेलिया पहुंच चुकी हैं। अभी वार्मअप मैच खेले जा रहे हैं।
कब तक चलेगा टूर्नामेंट
इस बार वर्ल्ड कप की शुरुआत 16 अक्टूबर से होने जा रही है। टूर्नामेंट का फाइनल 13 नवंबर को मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खेला जाएगा। इस टूर्नामेंट में भारतीय टीम सुपर-12 राउंड से उतरेगी।
कितनी टीमें होंगी वर्ल्ड कप का हिस्सा?
पिछली बार की तरह इस बार भी वर्ल्ड कप में 16 टीमें हिस्सा ले रही हैं। क्वालिफाइंग मुकाबले 16 अक्टूबर से 21 अक्टूबर तक खेले जाएंगे। क्वालिफाइंग राउंड के लिए 8 टीमों को 4-4 के दो ग्रुप में बांटा गया है। इन्हें ग्रुप A और ग्रुप B नाम दिया गया है। दोनों ही ग्रुप से टॉप-2 टीमें सुपर-12 राउंड के लिए क्वालिफाई करेंगी।
अब जान लीजिए क्वालिफाइंग राउंड और मुख्य ग्रुप स्टेज की टीमें कौन सी हैं…
क्वालिफाइंग राउंड में नीदरलैंड्स, श्रीलंका, UAE, नामीबिया, आयरलैंड, वेस्टइंडीज, स्कॉटलैंड और जिम्बाब्वे शामिल हैं।
ग्रुप A : नीदरलैंड्स, श्रीलंका, UAE, नामीबिया
ग्रुप B : आयरलैंड, वेस्टइंडीज, स्कॉटलैंड, जिम्बाब्वे
सुपर-12 की टीमों को भी 2 ग्रुप में बांटा गया है जिन्हें ग्रुप 1 और ग्रुप 2 नाम दिया गया है
ग्रुप 1 : इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, अफगानिस्तान
ग्रुप 2 : बांग्लादेश, पाकिस्तान, इंडिया, साउथ अफ्रीका
सुपर-12 टीमों के बीच 30 मैच खेले जाएंगे। जिसके बाद इनमें से 4 टीमें सेमीफाइनल में पहुंचेंगी। पूरे टूर्नामेंट में कुल 45 मैच खेले जाएंगे।
टी-20 वर्ल्ड कप की प्राइज मनी?
वर्ल्ड कप का प्राइज मनी पूल 5.6. मिलियन डॉलर, यानी करीब 46 करोड़ 8 लाख रुपए का है। 13 नवंबर को मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर होने वाले फाइनल में ट्रॉफी जीतने वाली टीम को 1.6 मिलियन डॉलर, यानी 13 करोड़ 17 लाख रुपए मिलेंगे। वहीं, रनरअप टीम को 6 करोड़ 60 लाख रुपए मिलेंगे।
टूर्नामेंट के अंत में सेमीफाइनल से बाहर होने वाली 2 टीमों को 4,00,000 डॉलर (3 करोड़ 30 लाख रुपए) और बाकी बची 8 टीमों को 70,000 डॉलर (57 लाख 61 हजार) रुपए मिलेंगे।
सुपर 12 फेज के 30 मैचों में से हर एक मैच जीतने पर टीमों को 40,000 डॉलर (32 लाख 51 हजार रुपए) मिलेंगे।
कैसे मिलेंगे पॉइंट्स?
ग्रुप स्टेज में हर मैच में जीत हासिल करने वाली टीम को 2 पॉइंट दिए जाएंगे। मैच टाई होने की स्थिति में सुपर ओवर से फैसला होगा। वहीं किसी कारण सुपर ओवर मुमकिन नहीं हो पाया या मैच रद्द हो गया तो दोनों टीमों को 1-1 पॉइंट मिलेगा। मैच हारने वाली टीम को कोई पॉइंट नहीं मिलेगा। ग्रुप स्टेज में अगर दो टीमों के पॉइंट्स समान रहे तो उनके बीच जीत की संख्या और नेट रन रेट के आधार पर यह फैसला होगा कि आगे कौन सी टीम बढ़ेगी।
टूर्नामेंट की सबसे उम्रदराज और युवा टीम
- सबसे उम्रदराज टीम ऑस्ट्रेलिया है जिसकी औसत उम्र 31.13 है। वहीं, सबसे युवा टीम अफगानिस्तान है जिसकी औसत उम्र 23.73 है।
- सबसे युवा खिलाड़ी UAE के अयान अफजल खान हैं, उनकी उम्र 16 साल 334 दिन है।
- सबसे उम्रदराज खिलाड़ी नीदरलैंड्स के स्टीफन मायबर्ग हैं। जिनकी उम्र 38 साल 229 दिन है।
कौन से नए रूल्स लागू हो रहे हैं?
20 सितम्बर 2022 को इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने इंटरनेशनल क्रिकेट के कई नियमों में बदलाव किए। 1 अक्टूबर से ये सभी बदलाव इंटरनेशनल क्रिकेट में लागू कर दिए गए हैं। जिसका मतलब साफ है कि 16 अक्टूबर से शुरू हो रहा टी-20 वर्ल्ड कप भी इन बदले हुए नियमों के साथ खेला जाएगा। आगे डिटेल में जानिए, क्या हैं बदले हुए नियम…1. स्ट्राइक पर खड़े बैटर के बॉल खेलने का अधिकार
नियम है कि खेल के दौरान बल्लेबाज के बैट के कुछ हिस्से को या बल्लेबाज को पिच के अंदर होना ही होता है। यदि बल्लेबाज पिच से बाहर आ कर बॉल खेलने की कोशिश करता है तो अंपायर उसे डेड बॉल घोषित कर सकता है। यदि कोई गेंद बल्लेबाज को पिच से बाहर आ कर खेलने के लिए मजबूर करती है तो उसे नो बॉल माना जाएगा।2. फील्डिंग टीम की ओर से कोई अनफेयर मूवमेंट
यदि गेंदबाज रनरअप के दौरान जानबूझकर या गलती से कोई अनफेयर मूवमेंट करता है तो अंपायर पेनल्टी के तौर पर बैटिंग कर रही टीम को 5 पॉइंट दे सकता है। इसके साथ ही उस बॉल को डेड बॉल भी घोषित किया जा सकता है।3. अब ‘मांकडिंग’ नहीं ‘रनआउट’
यदि नॉन-स्ट्राइक एंड पर खड़ा बल्लेबाज क्रीज से बाहर है और गेंदबाज ने तब तक बॉल की डिलीवरी नहीं की है और ऐसे में गेंदबाज नॉन-स्ट्राइकर एंड के स्टंप पर बॉल थ्रो कर दे तो बल्लेबाज आउट माना जाएगा। इसे मांकडिंग कहा जाता था, लेकिन बदले नियमों के हिसाब से इसे रनआउट की श्रेणी में रखा जाएगा।4. कैच आउट नियम
जब कोई बल्लेबाज कैच आउट होता है तो उसकी जगह पर आने वाला नया बल्लेबाज ही स्ट्राइक लेगा। भले ही कैच होने के दौरान दोनों बल्लेबाज रन लेने के लिए क्रॉस कर रहे हों, लेकिन नए बैटर को स्ट्राइक एंड पर आना जरूरी होगा। इसके पहले तक नया बल्लेबाज नॉन-स्ट्राइक एंड पर आता था।5. बॉल पॉलिश करने के लिए लार का इस्तेमाल
पिछले 2 साल से इंटरनेशनल क्रिकेट में बॉल पॉलिश करने के लिए लार (सलाइवा) के इस्तेमाल पर अस्थायी रोक थी। ऐसा कोविड प्रोटोकॉल्स की वजह से किया गया था, लेकिन अब इसे परमानेंट कर दिया गया है। अब कोई भी खिलाड़ी बॉल पॉलिश करने के लिए लार का इस्तेमाल नहीं कर सकेगा।6. डिलीवरी से पहले बल्लेबाज के स्ट्राइक की तरफ बॉल थ्रो
यदि गेंदबाज देखता है कि स्ट्राइक एंड पर खड़ा बल्लेबाज उनके डिलीवरी स्ट्राइड में आने से पहले ही क्रीज से ज्यादा बाहर है तो वो स्ट्राइकर को रन आउट करने के लिए बॉल थ्रो कर सकता था, लेकिन अब इस प्रैक्टिस को अमान्य घोषित कर दिया गया है। यदि कोई गेंदबाज ऐसा करता भी है तो इस गेंद को डेड बॉल माना जाएगा। - छत्तीसगढ़ः ED को इतना कैश मिला की अलमारी भर गई, IAS और कारोबारियों से अब तक 6.5 करोड़ रुपए के गहने और नगद बरामद