acn18.com कोरबा/कोरबा के कटघोरा क्षेत्र में सर्व आदिवासी समाज के नेतृत्व में करीब सवा 3 घंटे तक जेंजरा चैक रोड पर चक्काजाम कर छत्तीसगढ़ में एसटी वर्ग के 32 फीसदी आरक्षण को यथावत रखने की मांग को लेकर आदिवासी समुदाय के लोगों ने आवाज बुलंद की। आंदोलन में शामिल होकर रामपुर विधायक ननकीराम कंवर व कटघोरा विधायक पुरूषोत्तम कंवर ने अपना समर्थन दिया।
बिलासपुर हाईकोर्ट ने दायर याचिका पर सुनवाई के बाद 50 फीसदी से अधिक आरक्षण देने को असंवैधानिक करार दिया है। चूंकि एसटी वर्ग के आरक्षण का प्रतिशत बढ़ाया गया था, जिसके बाद से एसटी, एससी व ओबीसी वर्ग को दिए जा रहे आरक्षण प्रतिशत को मिलाकर प्रदेश में 58 फीसदी आरक्षण हो गया था। हाईकोर्ट के फैसले के बाद एसटी वर्ग के 32 फीसदी आरक्षण को बरकरार रखने की मांग ने जोर पकड़ लिया है। आदिवासी समाज के विभिन्न संगठन ज्ञापन देने के बाद अब सडक की लड़ाई लड़ रहे हैं। इसी कड़ी में कटघोरा के जेंजरा चैक पर सर्व आदिवासी समाज ने रोड पर सुबह से ही चक्काजाम शुरू कर दिया। इससे वाहनों की आवाजाही थम गई। करीब सवा 3 घंटे तक चक्काजाम रहा। प्रशासनिक अफसरों की समझाईश पर चक्काजाम समाप्त कर संगठन की ओर से आदिवासियों के हित में ज्ञापन सौंपा गया। रामपुर विधायक ननकीराम कंवर ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि आदिवासी समुदाय के 32 फीसदी आरक्षण की बहाली हो सके इसके लिए प्रदेश सरकार आगे आएं। आदिवासी वर्ग के सांसद, विधायक व अन्य जनप्रतिनिधि उनके समाज की मांग को लेकर प्रमुखता से रखेंगे। उम्मीद है कि जल्द इसकी बहाली हो जाएगी।
चक्काजाम में शामिल हुए विधायक पुरूषोत्तम कंवर ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में बैठक हो, जिसमें आदिवासी वर्ग के सांसद, विधायक शामिल होकर अपनी मांग को रख सकें, इसके लिए प्रयास करेंगे। मुख्यमंत्री आदिवासियों के साथ हैं। राज्य सरकार इस मसले को लेकर अध्ययन कर रही है, सुप्रीम कोर्ट में भी लेकर जाएंगे।
आरक्षण को यथावत रखने की मांग को लेकर आदिवासी समुदाय लगातार आंदोलन कर रहा है। देखने वाली बात होगी,कि इनकी मांगो को लेकर सरकार गंभीर होता है,कि नहीं।