acn18.com राजनांदगांव /शरद पूर्णिमा पर राजनांदगांव के मां पाताल भैरवी मंदिर में बर्फानी सेवाश्रम समिति द्वारा जड़ी बुटी युक्त खीर का वितरण किया गया। यहां श्वास, दमा आदि रोगों को दूर करने जड़ी दिव्य औषधि दी गई। जिसे ग्रहण करने विभिन्न क्षेत्रों से लोगों ने उपस्थिति दर्ज कराई।
मान्यताओं के अनुसार शरदपूर्णिमा पर खुले आस्मान के नीचे बनने वाली खीर पर अमृत की बूंद गिरती है। राजनांदगांव मां पाताल भैरवी मंदिर में भी शरदपूर्णिमा पर 27वे वर्ष में यह कार्यक्रम किया गया। चंद्रखुरी से पहुंचे श्रद्धालु नकुल राम यादव ने बताया कि यहां की जड़ी बुटी युक्त खीर का असर हुआ है जिससे वह स्वास्थ हैं।
शरदपूर्णिमा की रात यहां हजारों श्रद्धालुओं का हुजूम रातभर मां पाताल भैरवी के दरबार में जुटा रहा। रात लगभग 2 बजे से खीर वितरण के लिए लाईन लगनी शुरू हो गई। मां पाताल भैरवी मंदिर में शरदपूर्णिमा की रात्रि 4 बजे से सुबह 6 बजे जड़ी-बूटी युक्त खीर का वितरण शुरू किया गया। इस खीर के सेवन से श्वास, दमा, वात जैसे रोगों छुटकारा दिलाने का प्रयास किया जा रहा है। मंदिर समिति से जुड़े कुलबीर सिंह छाबड़ा और नीलम चंद जैन ने बताया कि रोगी को रातभर जागने की सलाह दी जाती है ताकि ब्लड सर्कुलेशन शरीर में तेज रहे और फिर सुबह 4 बजे खीर के सेवन से वो रोग से दूर रह सकें।
बर्फानी धाम में बंटने वाली औषधियुक्त खीर के सेवन के लिए छत्तीसगढ़, सहित देश के कई राज्यों से लोग शरदपूर्णिमा की रात यहां पहुंचते हैं। अधिकांश लोगों को एक बार औषधियुक्त खीर का सेवन करने से वर्ष भर उन्हें इस रोग से छुटकारा मिलता है और लगातार कुछ वर्षो तक शरद पूर्मिमा के दिन इस खीर का सेवान करने से इन रोगों से छुटकारा भी मितला है।