करतला विकासखंड के बड़वार गांव में सर्प के काटने से एक व्यक्ति की आखिरकार मौत हो गई। इससे पहले परिजनों ने उसे करतला के अस्पताल तक बेहतर स्थिति में पहुंचाया। इस मामले को लेकर परिजनों ने समय पर एंबुलेंस नहीं मिलने का आरोप लगाया जबकि एंबुलेंस सेवा के प्रतिनिधि ने इसे खारिज कर दिया।
विषैले सर्प के काटने से मनमाड गांव में रहने वाले रामप्यारी राठिया की मौत हो गई। घटना के बाद उन्होंने सबसे पहले इस बारे में अपनी बेटी देव कुमारी को जानकारी दी जिसके बाद फौरन बोलेरो की व्यवस्था कर पीड़ित को करतला अस्पताल ले जाया गया।
देव कुमारी ने बताया कि करतला मे प्राथमिक उपचार देने के बाद मरीज को कोरबा ले जाने के लिए 108 संजीवनी एंबुलेंस को कॉल किया गया लेकिन उसकी सेवा काफी विलंब से मिली। और यही विलंब मौत का कारण बन गया।
मृतक के पड़ोसी हेमसिंह ने बताया कि इस एंबुलेंस में नाम के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर था लेकिन वह काम नहीं कर रहा था।
इस घटनाक्रम को लेकर हमने एंबुलेंस सर्विस प्रोवाइडर के जनसंपर्क अधिकारी अमित वर्मा से फोन पर बातचीत की। उन्होंने बताया कि घटना के वास्तविक कारणों की जानकारी परिवार को भी नहीं थी। मृतक की स्थिति काफी नाजुक थी और उसे ऑक्सीजन सपोर्ट देने का काम किया गया।
कोरबा जिले में शहर लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में नेशनल एंबुलेंस सर्विस के द्वारा आड़े वक्त में गर्भवती महिलाओं से लेकर अन्य मरीजों को अस्पताल पहुंचाने और सेवा देने का काम किया जा रहा है। अनेक अवसर पर इनकी सक्रियता से काफी जिंदगी बची है जबकि अलग-अलग कारणों से होने वाली मौत पर परिजन नाराजगी जताते हैं।