उत्तर प्रदेश के अयोध्या शहर में भरतकुंड के पास मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मंदिर बनाया गया है। मौर्या का पुरवा गांव के निवासी प्रभाकर मौर्य (32) ने 8.56 लाख रुपए की लागत से यह बनवाया है। इसमें योगी को राम के अवतार में दिखाया गया है। मूर्ति के हाथ में धनुष और तीर भी थमाया गया है। यहां रोज सुबह-शाम पूजा-आरती भी होती है।
प्रभाकर यूट्यूबर हैं और योगी के समर्थन में अब तक 500 से ज्यादा गाने गा चुके हैं। मंदिर में स्थापित मूर्ति राजस्थान से विशेष ऑर्डर देकर बनवाई गई है। प्रभाकर मानते हैं कि योगी राम और कृष्ण के अवतार हैं। इसलिए वे सनातन धर्म का प्रचार कर रहे हैं। प्रभाकर के लिए वे किसी भगवान से कम नहीं हैं।
चैनल के पैसे से मंदिर का कराया निर्माण
प्रभाकर का कहना है कि उनके यूट्यूब चैनल पर 1 लाख 52 हजार फॉलोअर्स हैं। इस पर 500 वीडियो अपलोड हो चुके हैं। चैनल से होने वाली कमाई से ही मंदिर का निर्माण किया गया है। खेत में बनाए गए इस मंदिर पर अब तक 8 लाख 56 हजार रुपए खर्च किए जा चुके हैं।
प्रभाकर ने बताया कि मंदिर के निर्माण के समय गांव के कुछ लोगों ने विरोध किया था, लेकिन पिता जगन्नाथ मौर्या का उनको पूरा समर्थन मिला। प्रभाकर मौर्या चार भाइयों में तीसरे हैं। उनकी दो बहनें हैं। पिता खेती करते हैं।
राजस्थान में जयपुर से फाइबर की मूर्ति बनवाई
प्रभाकर बनाते हैं कि मंदिर में स्थापित योगी आदित्यनाथ की मूर्ति फाइबर की है। यह ऑर्डर देकर जयपुर से बनवाई गई है। पांच फीट चार इंच ऊंची इस मूर्ति की कीमत करीब 49 हजार रुपए है।
राम मंदिर निर्माण शुरू होने के बाद योगी का बनाया मंदिर
प्रभाकर मौर्या ने भास्कर से बातचीत में कहा, ‘मैंने 2015 में संकल्प लिया था कि जो अयोध्या में राम मंदिर बनवाएगा, उसका मंदिर बनाकर रोज उसकी पूजा करूंगा। इसलिए 2016 में मैंने एक भजन गाया था, रामलला का अयोध्या में मंदिर बनाएंगे… इसके बाद सुप्रीम कोर्ट का राम मंदिर के निर्माण को लेकर फैसला आया। अब अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है। संकल्प पूरा होने पर मैंने योगी का मंदिर बनवाया है।’
पहले गांव में रामायण और जागरण में गाते थे प्रभाकर
प्रभाकर मौर्य एक गायक हैं। उनका प्रभाकर मौर्या अयोध्या के नाम से यूट्यूब चैनल है। पिता जगन्नाथ बताते हैं, ‘प्रभाकर पढ़ाई के समय से ही भजन गाने लगा था। पहले तो वह गांव में रामायण और जागरण में गाना गाता था। बाद में खुद का यूट्यूब चैनल खोल दिया। प्रभाकर ने घर की आर्थिक तंगी के कारण 12वीं तक ही पढ़ाई की है। इसके बार उसने भजन गायन में अपना कैरियर बना लिया।’
प्रभाकर बताते हैं कि 2010 में यूट्यूब पर गाना अपलोड किया था, उसे काफी लोगों ने देखा और उसकी सराहना की। इसके बाद भजन गाने का यह सिलसिला चलता रहा। उन्होंने बताया कि एक हजार से अधिक भजन वह गा चुके हैं। योगी आदित्यनाथ के समर्थन में 500 से अधिक गाने गा चुके हैं।