साप्ताहिक बाजार, विद्यालय , मंदिर और व्यस्त आवाजाही वाले इतवारी बाजार क्षेत्र के मुख्य मार्ग पर मांस मटन की दुकानों ने आम लोगों की परेशानी बढ़ा कर रखी हुई है। आए दिन इसे लेकर समस्याएं हो रही हैं वहीं आसपास के जनजीवन पर इसका बुरा असर पड़ रहा है। लोगों का आरोप है कि नगर निगम नोटिस देने के बाद कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है जबकि मांस कारोबार करने वाले चाहते हैं कि उन्हें विस्थापित किया जाए।
नगर निगम कोरबा के अंतर्गत बुधवारी बाजार क्षेत्र में स्लाटर हाउस की व्यवस्था पर पिछले वर्षों में लाखों रुपए खर्च करने के साथ समस्या को नियंत्रित किया गया। यहां पर सब्जी बाजार के सामने के हिस्से में स्लाटर हाउस चलाया जा रहा है जहां पर मांस के शौकीनों की जरूरत पूरी हो रही है। इसी तरह की मांग इतवारी बाजार क्षेत्र के मामले में होती रही है लेकिन अब तक कोई काम नहीं हुआ। नतीजा यह है कि यहां मुख्य मार्ग पर ही सार्वजनिक रूप से मांस की कटिंग करने के साथ उसका प्रदर्शन और बिक्री की जा रही है। आसपास मैं किराना दुकान और अन्य सामान से जुड़े कारोबारी इस बात से नाराज हैं। उन्होंने आसपास की व्यवस्था पर असर पड़ने की बात कही। इनका आरोप है कि नगर निगम को नोटिस देने तक सीमित है उसकी ओर से कार्रवाई जीरो है। जबकि कई मौकों पर मांस के अपशिष्ट सहित दूसरी चीजों के आकर्षण में कुत्तों के हमले हुए हैं और लोग इससे जख्मी हुए हैं
क्षेत्र के कारोबारी बताते हैं कि मुर्गियों के पंख उड़कर हमारे यहां आने से ग्राहकों का आना बंद हो गया है
जबकि मांस मटन का व्यवसाय करने वाले तर्क देते हैं कि काफी समय से यहां पर काम चल रहा है। कुछ लोगों की वजह से दिक्कतें हो रहे हैं। हम चाहते हैं कि कुछ भी इनलीगल ना हो इसलिए नगर निगम को उचित विकल्प देने के साथ हमारी दुकानों को यहां से विस्थापित कर देना चाहिए।
इससे पहले भी समय-समय पर इस मसले को लेकर बात होती रही है और निगम की टीम के द्वारा यहां का सर्वे किया जाता रहा है लेकिन इसके आगे और कुछ हुआ नहीं। एक बार फिर मुख्य मार्ग पर किए जा रहे मांस के कारोबार लेकर विवाद बढ़ रहा है। इतवारी बाजार में सब्जी भाजी और अन्य सामान की खरीदारी करने सहित दूसरे स्थानों पर आवाजाही करने में लोगों को होने वाली परेशानी कैसे दूर हो इसके लिए नगर निगम के आयुक्त को ध्यान देने की जरूरत है।