बस्तर में पुलिस ने पिछले ढाई सालों में 7 करोड़ रुपए का गांजा बरामद किया है। गांजा की तस्करी करते हुए 277 तस्करों को भी गिरफ्तार किया गया है। तस्करों ने ओडिशा से गांजा की तस्करी करने कई तरह के नए पैंतरे अपनाए लेकिन, फिर भी जवानों ने तस्करों को दबोच लिया। बताया जा रहा है कि, छ्त्तीसगढ़ के रास्ते ओडिशा से ही गांजा की तस्करी देश के कई शहरों में होती है। इसलिए CG-ओडिशा बॉर्डर समेत शहरों के चेकिंग पॉइंट में जवानों को 24 घंटे मुस्तैद रहने के भी निर्देश दिए गए हैं।
आंकड़ों की बात करें तो बस्तर जिले में पुलिस ने कुल 148 प्रकरण दर्ज किए हैं। जिनमें साल 2020 में गांजा के 46 प्रकरण दर्ज हुए हैं। जिसमें तस्करों के पास से 3 करोड़ 15 लाख का 6287 किलो गांजा बरामद किया गया। वहीं, साल 2021 में 51 मामले सामने आए। पुलिस ने साल 2021 में कुल 2 करोड़ 66 लाख का 5080 किलो गांजा पकड़ा था। इसके अलावा साल 2022 में जनवरी से अगस्त महीने तक 51 मामले सामने आ चुके हैं। पुलिस ने अब तक 1 करोड़ 27 लाख का 2000 किलो गांजा पकड़ा है।
हर बार नया पैंतरा
ओडिशा से गांजा तस्करी करने तस्करों ने कई नया पैंतरा भी अपनाया है। ट्रक में सामान के नीचे बोरियों में गांजा की तस्करी करना तो आम बात हो गई, लेकिन तस्करों ने ट्रकों में एक्स्ट्रा चैंबर बनाया। बोलेरो वाहन की छत में भी एक्स्ट्रा चैंबर बनाकर तस्करी कर चुके हैं। इसके अलावा ट्रकों के माध्यम से कुछ मशीनों की सप्लाई की जाती है तो उन मशीनों के अंदर भी गांजा के पैकेट्स छिपा कर तस्करी कर चुके हैं। ओडिशा से सब्जी बेचने आने वाले व्यापारी सब्जी के नीचे गांजा के पैकेट्स छिपाकर लाए हैं। हालांकि, पुलिस की सतर्कता से ही यह सब मामले उजागर हो पाए।