तमिल पादरी जॉर्ज पोन्नैया का बयान विवादों में है। उन्होंने ईसा मसीह को असली भगवान बताते हुए हिंदू धर्म में पूजी जाने वाली निराकार शक्ति को ईश्वर मानने से इनकार किया है। पोन्नैया ने कहा कि भगवान खुद को असली इंसान के रूप में पेश करते हैं… शक्ति के रूप में नहीं… इसलिए हम व्यक्ति के तौर पर भगवान को देख पाते हैं।
दरअसल कांग्रेस नेता राहुल गांधी शुक्रवार को अपनी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान तमिलनाडु के कन्याकुमारी में पादरी जॉर्ज से मिले थे। यहां उन्होंने पादरी से पूछा कि जीजस क्राइस्ट ईश्वर का एक रूप हैं न? इस पर पोन्नैया ने कहा- ‘ईसा मसीह ही असली भगवान हैं।’
पोन्नैया इससे पहले भी कई विवादित बयान दे चुके हैं। पिछले साल जुलाई में पोन्नैया को मदुरई से गिरफ्तार किया गया था। 18 जुलाई को अरुमनाई में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कोरोनावायरस लॉकडाउन के समय में चर्चों के बंद होने और प्रार्थना सभाओं पर बैन को गलत बताया था। इसी बैठक में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिया था। पोन्नैया ने कहा था कि मैं लिखकर दे सकता हूं कि मोदी के आखिरी दिन दयनीय होंगे। मामला बढ़ने के बाद उन्होंने माफी मांगी थी।
भारत माता का भी अपमान किया था
मंदिर में प्रवेश से पहले चप्पल उतारने वाले एक नेता पर बयान देते हुए पादरी जॉर्ज ने कहा था कि हमारी संस्कृति में लोग चप्पलें पहनते हैं ताकि भारत माता की गंदगी हमें गंदा न कर दे। तमिलनाडु सरकार ने हमें चप्पलें दी हैं, यह भूमि खतरनाक है इससे हमें चर्मरोग हो सकता है।
भाजपा ने कहा- यह भारत जोड़ो नहीं, नफरत जोड़ा अभियान है
भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि यह राहुल गांधी का नफरत जोड़ो अभियान है। आज उन्होंने जॉर्ज पोन्नैया जैसे इंसान को भारत जोड़ो यात्रा का पोस्टर बॉय बनाया है, जिसने हिंदुओं को धमकी दी, उन्हें चुनौती दी और भारत माता के बारे में आपत्तिजनक बातें कहीं। कांग्रेस का हिंदू-विरोधी होने का पुराना इतिहास है।
कांग्रेस ने कहा- ये भाजपा का शातिरपना
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि ऑडियो में जो रिकॉर्ड किया गया है उससे इन बातों का कोई लेना-देना नहीं है। ये भाजपा का शातिरपना है, जिसकी हमें उम्मीद थी। भारत जोड़ो यात्रा के सफल लॉन्च से भाजपा परेशान हो गई है।