समुद्री रास्ते से गुजरात में ड्रग्स की सप्लाई मामले आए दिन सामने आते रहते हैं, लेकिन अब वडोदरा में प्रतिबंधित MD ड्रग्स बनाने वाली फैक्ट्री पकड़ी गई है. ATS ने वडोदरा जिले के मोक्षी गांव में इस फैक्ट्री से 200 किलो ड्रग जब्त की है, जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 1000 करोड़ रुपए आंकी गई है.
ATS के DIG दीपेन भद्रन ने बताया- गुप्त सूचना मिली थी कि वडोदरा की सावली तहसील के पास ड्रग्स का बड़ा जत्था है. ATS। ने सोमवार को मोक्षी गांव की इस फैक्ट्री में छापा मारा. वहां ड्रग का जखीरा तो मिला ही, साथ ही यह भी पता चला कि केमिकल बनाने की आड़ में डक् ड्रग तैयार की जा रही थी. इस मामले में कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है. जांच के बाद पूरी जानकारी सामने आ पाएगी.
दीपेन भद्रन ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि ड्रग्स की सप्लाई गोवा और मुंबई में की जा रही थी. ATS को शक है कि यहां से देश के दूसरे हिस्सों में भी ड्रग्स भेजी गई है. इस रैकेट में शामिल लोगों के बारे में भी पता लगाया जा रहा है. दीपेन भद्रन ने बताया कि जब्त की गई ड्रग्स करीब 6 महीने पहले तैयार की गई थी. इस बात की भी पूरी संभावना है कि एक बार में ही काफी मात्रा में ड्रग्स तैयार की गई हो, जिसे देश के अलग-अलग हिस्सों में सप्लाई कर दिया गया हो.
मिथाइलीनन डाइऑक्सी मेथैमफेटामाइन और मेफेड्रोन को कई नामों से बेचा जाता है. लगभग हर देश में इसके कोड नेम हैं. इस ड्रग को सूंघकर और पानी में मिलाकर भी लिया जाता है. नशे के बाजार में इस तरह की एक ग्राम ड्रग की कीमत एक हजार से 25000 रुपए तक है. नशा करने वालों के बीच इसके और भी कोड नेम हैं. इसे लेने के बाद दिमाग में नशा चढ़ता है. मदहोशी आती है. ज्यादा मात्रा में एक साथ लेने पर यह जान के लिए खतरा तक बन सकती है.