acn18.com कोरबा/ भारतीय नव वर्ष में सावन की अपनी खास अहमियत है और इस दौरान विभिन्न अनुष्ठान किए जाते हैं। भगवान की उपासना के लिए शिवालयों में पूरे महीने भर भक्तों का तांता लगा रहता है। सावन के अंतिम सोमवार को कुछ ऐसा ही नजारा यहां वहां देखने को मिला। कांवरयात्रियों के लिए सामाजिक संगठनों की ओर से सेवा कार्य किए गए।
सावन की शुरुआत से लेकर अब तक हर कहीं उत्साह और भक्ति के रंग देखने को मिले। भगवान शिव के मंदिरों में भक्तों की औषधि सुनिश्चित हुई और उन्होंने वहां पर भगवान का जलाभिषेक करने के साथ पूजा अर्चना की। हर तरफ शिव के जयकारे गूंजते रहे। इससे भक्ति की शक्ति में बढ़ोतरी हुई। सावन के अंतिम सोमवार को धूमधाम के साथ कांवड़ यात्रियों ने जल लेकर भगवान के दरबार में उपस्थिति दर्ज कराएं। इस दौरान उनका उत्साह देखते बनता था। सामाजिक संगठनों के द्वारा कनकी और आसपास में शिविर लगाए गए और यहां पर भक्तों को जरूरी सुविधा उपलब्ध कराई गई।
सावन माह का समापन श्रावणी पर्व रक्षाबंधन के साथ होगा और इस समय तक सभी शिवालयों में जलाभिषेक के साथ-साथ दूसरे अनुष्ठान संपन्न किए जाते रहेंगे। महादेव को देवाधिदेव कहा जाता है इसलिए भी उनकी उपासना को लेकर लोगों में उत्साह होना स्वाभाविक है।
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