acn18.comकोरबा/ चाइना की लेबोरेटरी में तैयार किए गए वायरस को फैलाने के साथ दुनिया भर में 2 वर्ष से अधिक समय तक खौफ पैदा करने वाले कोविड-19 ने हर तरफ काफी नुकसान किया। भारत में सरकार के द्वारा किए गए प्रयासों से लोगों को निशुल्क वैक्सीन लगाई गई और बीमारी को नियंत्रित किया गया। कोरबा जिले में अब की स्थिति में कोविड-19 के मामले नगर नहीं है फिर भी सावधानी बरती जा रही है।
वैश्विक महामारी का काफी असर कोरबा जिले में भी हुआ और इसके कारण लंबे समय तक आर्थिक गतिविधियां ठप रही। इससे लोगों की जीविका पर असर पड़ा। बीते 2 वर्षों में कोविड-19 के चलते 905 लोगों को जान से हाथ धोना पड़ा।
देश के कुछ समय एक बार फिर से कोरोना तेजी से बढ़ता नजर आ रहा है। लगातार इस तरह की रिपोर्ट सामने आ रहे हैं। जिले में फिलहाल 90 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं इनमें से 84 को होम आइसोलेट किया गया है और 6 हॉस्पिटलाइज्ड किए गए हैं।स्वास्थ्य विभाग लोगों से अपील कर रहा है कि वह खुद ही अपना बचाव करें और कोविड-19 एप्रोप्रियेट बिहेवियर को लेकर गंभीरता दिखाएं।
दुनिया के कुछ देशों में सरकार ने अपने नागरिकों को वैक्सीन लगाने के लिए भारी भरकम शुल्क वसूल किया है जबकि भारतीय इस मामले में खुशकिस्मत रहे कि उन्हें सरकार ने निशुल्क रूप से मियां सुविधा प्रदान की। जानकारी दी गई है कि स्वाधीनता के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में अब से इतने ही दिन तक 18 वर्ष तक के बच्चों को कोरोना का बूस्टर डोज निशुल्क रूप से दिया जाएगा। स्वास्थ विभाग के अंतर्गत सेवा देने वाले चिकित्सा केंद्रों में संबंधित लोगों को भैया सुविधा उपलब्ध होगी
कोविड से करेंगे बचाव, जिला न्यायालय में अधिवक्ताओं को लगाया बूस्टर डोज