acn18.com श्रीलंका / पूरी दुनिया ने देख लिया किस तरीके से श्रीलंका के लोगों ने राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया। अब न तो देश में राष्ट्रपति हैं और न ही कानून व्यवस्था जैसी कोई स्थिति। जो तस्वीरें पूरी दुनिया देख रही है दरअसल वह लोगों की नाराजगी है। लेकिन इन सबसे हटकर एक और तस्वीर श्रीलंका में बनी हुई है, जो वहां के लोगों को दाने-दाने का मोहताज बना रही है। हालात यह हो गए हैं कि श्रीलंका में इस वक्त 1000 रुपये किलो टमाटर और 800 रुपये किलो आलू बिक रहा है। लोगों को न गैस मिल रही है और न ही बिजली। लोग लकड़ी के चूल्हे पर खाना बनाने को मजबूर हैं।
कोलंबो के स्थानीय नागरिकों ने अपने देश की राजधानी की सड़कों पर बिगड़े हालात की वीडियो बनाकर भेजीं। रविवार रात आठ बजे तक कोलंबो के गोटा इलाके में लोगों का हुजूम उमड़ रहा था। स्थानीय लोगों का कहना है कि श्रीलंका के हालात चीन के बहकावे में आए श्रीलंका सरकार के गलत फैसलों की वजह से हुआ है।
श्रीलंका की राजधानी कोलंबो के पॉश इलाके गोटा सर्किल में रहने वाले जनक सिंघे कहते हैं कि आखिर श्रीलंका की जनता राष्ट्रपति भवन में क्यों ना घुसे। क्योंकि उनको और उनके पूरे देश की जनता को सरकारी नुमाइंदों ने ऐसे मझधार में छोड़ दिया है कि उनके पास अब जीने का कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा। जनक कहते हैं कि गैस सिलेंडर के लिए चार महीने की लंबी वेटिंग लिस्ट है। वह कहते हैं क्या ऐसा संभव है कि एक सिलेंडर चार महीने तक चले। नतीजा यह हो रहा है कि वह अपने घरों में लकड़ी के चूल्हे पर खाना बनाने को मजबूर हैं। जनक ने अमर उजाला डॉट कॉम को अपने घर में लकड़ी के चूल्हे की तस्वीर भेज कर कहा कि आप खुद हालात का अंदाजा लगा सकते हैं। जनक के पड़ोसी निशांता कहते हैं कि श्रीलंका में इस वक्त जनता विद्रोह सिर्फ इसीलिए कर रही है कि उसे बिजली-पानी, राशन, पेट्रोल-डीजल कुछ भी नहीं मिल रहा है। निशांता कहते हैं कि जिन हालातों में श्रीलंका को पहुंचाया गया है और देश के जिम्मेदार लोग श्रीलंका छोड़कर भाग गए हैं उससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि यहां के हालात कितने खराब हो सकते हैं।
निशांता की पत्नी हेमा निशांता कहती हैं कि कोलंबो के बाजार में इस वक्त टमाटर की कीमत 1000 रुपये किलो तक पहुंच गई है। उन्होंने बताया कि रविवार को बाजार में आलू 700 रुपये किलो और गोभी 800 रुपये किलो मिल रही थी। उनका कहना है कि इतनी महंगाई में भला कोई कैसे अपना जीवन चला सकता है। वह कहती हैं कि जब देश को संभालने वाला कोई नहीं बचा है, तो इस महंगाई को रोकने में भला कोई कैसे सक्षम होगा। उन्होंने बताया कि उनके कुछ रिश्तेदार मालदीव में रहते हैं। उन्होंने अपने रिश्तेदारों से गुजारिश की है कि जैसे-तैसे वह उन्हें श्रीलंका से निकालकर वहां बुला लें। कोलंबो के ही निवासी विक्कू ने अमर उजाला डॉट कॉम को बताया कि उनके परिवार के कुछ लोग पहले से थाईलैंड में हैं। अब वह अपने पूरे परिवार को वहां ले जाना चाहते हैं ताकि उनकी ढंग से गुजर-बसर हो सके। हालांकि विक्कू इस बात के लिए परेशान हैं कि जो उनकी प्रॉपर्टी कोलंबो में है वह बिक नहीं रही है। उन्होंने कहा कि जो सामान उन्हें खरीदना है उसकी कीमत इतनी ज्यादा है कि वह खरीद नहीं सकते और जो प्रॉपर्टी व बेचना चाहते हैं उसकी कीमत ही उनको नहीं मिल पा रही है।