ACN18.COM बिलासपुर/ राजनांदगांव की खैरागढ़ रियासत के राजा और विधायक रहे दिवंगत देवव्रत सिंह की दूसरी पत्नी विभा सिंह को हाईकोर्ट ने सुरक्षा मुहैया कराने का आदेश दिया है। विभा सिंह ने पति की मौत के बाद राजपरिवार की संपत्ति को लेकर उपजे विवाद के बीच अपनी जान का खतरा और कभी भी अप्रिय वारदात होने की आशंका जताई है।
विभा सिंह ने अधिवक्ता आदित्य भारद्वाज के माध्यम से हाईकोर्ट में दायर याचिका में कहा है कि राजघराने की संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा है। ऐसे में उन्हें वकील के साथ ही कोर्ट के काम से बाहर आना-जाना पड़ता है। कानूनी प्रक्रिया के लिए उन्हें खैरागढ़ और छुईखदान भी जाना-आना पड़ता है। आशंका जताई है कि इस दौरान उनके साथ कोई भी अप्रिय वारदात हो सकती है।
हाईकोर्ट ने सुरक्षा उपलब्ध कराने दिया आदेश
मामले की सुनवाई जस्टिस गौतम भादुड़ी की सिंगल बेंच में हुई। इस दौरान याचिकाकर्ता के वकील की तर्कों पर कोर्ट ने सहमति जताई है। उन्होंने पुलिस को खैरागढ़ स्थित कमल विलास पैलेस और छुईखदान स्थित उदयपुर पैलेस आने-जाने पर उन्हें सुरक्षा उपलब्ध कराने के आदेश दिए हैं। जस्टिस भादुड़ी ने कहा कि इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कि किसी भी व्यक्ति को जीवन और स्वतंत्रता से वंचित नहीं किया जा सकता।
दोनों महलों को प्रशासन ने किया है सील
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के विधायक देवव्रत सिंह का हार्ट अटैक से निधन हो गया था। जिस समय देवव्रत सिंह का निधन हुआ, तब उनकी पत्नी विभा सिंह थीं। इससे पहले उन्होंने पहली पत्नी पद्मा सिंह से दिसंबर 2016 में तलाक ले लिया था। दोनों के बीच आपसी सहमति से तलाक हुआ था। इसके एवज में देवव्रत सिंह ने 11 करोड़ रुपये चुकाए थे।
उस समय कोर्ट ने बेटी शताक्षी सिंह को पिता देवव्रत सिंह और बेटे आर्यव्रत सिंह को मां के साथ रहने के आदेश दिए थे। देवव्रत के निधन के बाद राजघराने की संपत्ति को लेकर विवाद शुरू हो गया है। विवाद बढ़ने की स्थिति में प्रशासन ने उदयपुर पैलेस और खैरागढ़ स्थित कमल विलास पैलेस को सील कर दिया है।
तहसील कोर्ट में लंबित है संपत्ति विवाद
राजपरिवार में चल रहे विवाद को लेकर दिवंगत देवव्रत सिंह की बेटी शताक्षी व तीन अन्य और विभा सिंह की हिस्सेदारी का मामला तहसील कोर्ट में विचाराधीन है। राजा स्व. देवव्रत सिंह के कमल विलास पैलेस के आधिपत्य और बंटवारे को लेकर दोनों पक्षों ने दावा किया है। इन पक्षों में विवाद की स्थिति को देखते हुए अंतिम निराकरण होने तक SDM ने कमल विलास पैलेस को सील बंद करने का आदेश दिया था।