ACN18.COM कोरबा। ये घटना बांकी मोंगरा क्षेत्र की है.एसईसीएल कर्मी अखीलेश साहू की दो साल की मासूम बच्ची को दो कुत्ते उठा ले गए और उसे नोचने लगे. चीखपुकार सुनकर पहुची माँ ने कुत्तों के मुह से अपनी मासूम बच्ची की जान बचाई।
अखलेश साहू ने बताया की उसक़े एक ही बच्ची है जिसका नाम वंशिका है और वो दो साल की है।उसकी पत्नी सीमा घर पर रोटी बना रही थी और वंशिका घर के बाहर रोज की तरह खेल रही थी। कुछ देर बाद वंशिका की चीखपुकार सुनाई पड़ी.तब सीमा किचन से भागते हुए बाहर निकली और देखा को दो आवारा कुत्ते मासूम वंशिका को नोचते हुए उठा कर ले जा रहे हैं. सीमा पत्थर और डंडे से मार कर दोनों कुत्ते को भगाने की कोशिश करती रही फिर भी दरिंदे कुत्ते मासूम को नोचते रहे। माँ ने जैसे तैसे अपनी मासूम बच्ची वंशिका को कुत्तों के मुह से छीनकर उसके प्राण बचाए।
इस घटना के बाद वंशिका को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया जहाँ उसका उपचार शुरू हुआ।वंशिका के शरीर को कुत्तों ने पूरी तरह काट डाला है उसके सिर हाथ पैर और पेट मे लगभग 150 से भी अधिक जगह कुत्तों ने काट लिया है जिससे उसकी हालत गभीर बनी हुई है मेडिकल कॉलेज ने मामले की गंभीरता को देखते हुए बच्ची के ईलाज के लिए विशेष डॉक्टरों के द्वारा ईलाज की व्यवस्था कर दी गई है।
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश है लोगों का मानना है कि आवारा कुत्तों का आतंक दिनों दिन बढ़ता जा रहा है कुत्तों की संख्या बढ़ने लगी है इस ओर नगर निगम को ध्यान देने की जरूरत है।
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