छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा में नैला सिटी बस टर्मिनल खड़ी बसों में किसी ने तोड़फोड़ कर दी। उसके कांच तोड़ दिए, सीटें फाड़ डाली और टायर तक निकाल ले गए। इस दौरान बदमाशों ने एक बस में आग भी लगा दी। फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची और उसके आग पर काबू भी पा लिया। खास बात यह है कि घटना को 8 दिन बीत चुके हैं, लेकिन नगर पालिका प्रशासन को इसका पता ही नहीं है। उनका कहना है कि आपसे पता चल रहा है। कार्रवाई करेंगे।
जानकारी के मुताबिक, कोराना काल के दौरान सिटी बसों का संचालन बंद कर दिया गया था। इसके बाद से अभी तक व्यवस्था पटरी पर नहीं आ सकी है। नैला के सिटी बस टर्मिनल में 5 बसें खड़ी हैं। टर्मिनल के अंदर ही सुलभ शौचालय में रहने वाले चौकीदार ओम प्रकाश सूर्यवंशी ने बताया कि वह 12 जून को तड़के करीब 4 बजे अंदर ही सो रहा था। तभी किसी ने बस में आग लगा दी। इसके बाद उसने डायल-112 को सूचना दी।
मौके पर फायर ब्रिगेड पहुंची और आग पर काबू पाया। इसके बाद भ्री नगर पालिका प्रशासन को इसका पता नहीं चल सका। अन्य बसों की भी स्थिति जर्जर हो चुकी है। पहिये गायब हैं, कांच तोड़ दिए गए हैं। सीटें पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है। बसों की दशा ऐसी है कि उन्हें सड़क पर उतारने के लिए लाखों रुपए खर्च करने पड़ेंगे। नगर पालिका के CMO चंदन शर्मा कहते हैं कि उन्हें हमसे ही जानकारी मिल रही है। अब वह कार्रवाई की बात कह रहे हैं।
नवंबर 2015 में शुरू की गई थी सिटी बस सेवा
नगरीय प्रशासन की ओर से रायगढ़ शहरी सार्वजनिक यातायात सोसायटी के माध्यम से नवंबर 2015 में सिटी बस सेवा शुरू की गई थी। बंद होने के पहले ये बसें जिला मुख्यालय को चांपा, अकलतरा, बलौदा, शिवरीनारायण से जोड़ती थी। लोगों को कम दर पर आवागमन की सुगम सुविधा मिली रही थी। दर्जनों लोगों को रोजगार भी मिला हुआ था। बसों के संचालन को लेकर अब अरबन सोसायटी निष्क्रीय हो चुकी।