ACN18.COM कोरबा /कई मौकों पर यह शिकायत सुनने को मिलती है कि कई दवा दुकान मैं नशीली दवा और सिरप की बिक्री की जाती है। ज्यादा लाभ कमाने के चक्कर मे इस तरह का गलत कार्य किया जाता है। इसलिए ऐसी गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए नई रणनीति बनाई जा रही हैं। इसके अंतर्गत दवा दुकान संचालकों को शपथ पत्र देना होगा कि उनके यहां नशीली दवाएं ना तो रखी जाएंगी और ना ही इसकी बिक्री की जाएगी।
बीमारी को ठीक करने के मामले में दबाए अपनी अहम भूमिका निभाती हैं। सभी दवाओं का अपना फार्मूला होता है जिसके अनुसार वे रोग नियंत्रण पर काम करटी हैं। इसी की आड़ लेकर कई मामलों में दवा दुकान के संचालकों के द्वारा नशीली दवा की बिक्री की जाती है। इस तरह की कोशिशों से नशा उन्मूलन संबंधी अभियान पर काफी बुरा असर पड़ता है। इसलिए सरकार के निर्देध पर औषधि प्रशासन विभाग दवा दुकान संचालन के लिए अनुमति लेने वालों से अब शपथ पत्र भरवा रहा है।
याद रहे इससे पहले कोरबा शहर और आसपास के इलाके में नशीली दवा की बिक्री करने के मामले में कई दुकानों में छापे की कार्रवाई हो चुकी है और संबंधों को जेल भेजने का काम भी किया गया है। इसके बाद भी नशे का शौक पूरा करने वालों को उनकी जरूरत कुछ दुकानों से पूरी हो रही है। देखना होगा कि सरकार के नए फरमान के बाद इस तरह की व्यवस्था कितने हद तक ठहरती है।
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