ACN18.COM कोरबा/स्वास्थ्य केंद्रों में नियुक्त हुए सीएचओ को 100 प्रतिशत के बजाय 60 प्रतिशत राशि देकर पूरा काम कराया जा रहा है। इसके अलावा उनके मामलों में कई विसंगतिया कायम है। स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार इन कर्मियों को 40 प्रतिशत अंश देने को लेकर उदासीनता बरत रहा है।
छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष रविंद्र तिवारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि ₹25000 वेतन पर कम्युनिटी हेल्थ ऑफीसर की नियुक्ति कुछ महीने पहले की गई है। वादे के तहत इन कर्मियों को पूरा वेतन नहीं मिल रहा है । यह लोग केवल केंद्र सरकार के द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी राशि से काम चला रहे हैं ।
कर्मचारी नेता ने बताया कि इनटाइड फण्ड की धनराशि हड़पने के लिए कोरबा जिला में काम चल रहा है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने निचले कर्मियों से ब्लेंक चेक ले लिए थे, जिन्हें संगठन की आपत्ति के बाद वापस किया गया.। हमने इस बारे में उच्च स्तर पर पत्राचार करने के साथ उचित कार्रवाई करने की मांग की है.
स्वास्थ कर्मचारी संघ ने यह मांग भी की है कि कम्युनिटी हेल्थ ऑफीसर दो उनके सेंटर से 8 किलोमीटर के दायरे में रखा जाए ताकि उन्हें अनावश्यक परेशानियों से बचाया जा सके।
स्वास्थ्य कर्मियों से जुड़ी हुई समस्याएं मीडिया के जरिए उच्च अधिकारियों की जानकारी में लाने की कोशिश की गई है। जिस प्रकार के मसलों पर अधिकारी क्या कुछ कदम उठाते हैं, यह आगे स्पष्ट होगा।