ACN18.COM कोरबा/ 2 दिन पहले नगर निगम के आवासीय परिसर में शिफ्ट हुए एक कर्मचारी ने फांसी लगाकर जान दे दी। मृतक दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी था और ₹8000 में परिवार का भरण पोषण कर रहा था। परिजनों के बताएं अनुसार बेटी के विवाह के लिए रुपयों का प्रबंध नहीं होने की चिंता में उसने यह कदम उठाया। पुलिस ने 174 सीआरपीसी के अंतर्गत मर्ग कायम किया है और अगली कार्रवाई कर रही है।
इस मामले में जिस पर नगर निगम कर्मचारी की मौत हुई है उसका नाम चेन्नसेलम बताया गया है। शिवाजी नगर स्थित नगर निगम कर्मचारी आवास में उसे हाल में ही रहने की सुविधा दी गई थी और 2 दिन पहले वह यहां पर शिफ्ट हुआ था। बताया गया कि ड्यूटी से आने के कुछ घंटे बाद उसने इस कदम को उठाया। परिजनों की नजर कमरे मैं पड़ी तो उनके होश उड़ गए जहां पर घर के मुखिया का शव फांसी के फंदे पर लटका हुआ था। मृतक के परिजनों ने बताया कि एक बेटी का विवाह 2 महीने बाद होना है और इसके लिए तैयारी की जा रही थी। ₹8000 वेतन पर काम करने वाले पिता को चिंता थी कि रुपये आएंगे कहा से। इसके अलावा उसे शराब पीने की लत भी थी।
शराब को लेकर कुल मिलाकर यही कहा जाता है कि वह खराब है और उसके कारण हर कहि समस्या होती है। घर बिक जाते है तो परिवार बिखर जाते है। यहां तक कि घरेलु कलह के बीच अप्रिय घटनाएं भी हो जाती है। इसलिए सभी स्तर पर शराब के बिक्री पर प्रतिबंध लगाने की मांग की जा रही हैं ताकि इसकी वजह से होने वाली सामाजिक समस्याओं को खत्म किया जा सके।