ACN18.COM कोरबा। रुमगरा हवाईपट्टी को कमर्शियल एयरपोर्ट के रूप में विकसित किया जा सकता है। इसका सर्वे पिछले साल ही करा लिया गया था। इसके तहत बड़े विमान के उड़ान में शहर के आसपास प्लांट की चिमनी और पहाड़ इसमें बाधा नहीं बनेगी। हवाईपट्टी का विस्तार कर सकते हैं। रविवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बिलासपुर में आयोजित कार्यक्रम में कोरबा में कमर्शियल एयरपोर्ट के लिए प्रयास करने की जानकारी दी।
इससे उम्मीदें बढ़ गई हैं। औद्योगिक नगरी होने के कारण कोरबा से हवाई सेवा की मांग काफी पुरानी है। 10 साल पहले रूमगरा हवाईपट्टी से घरेलू विमान सेवा शुरू करने ट्रायल भी हुआ था, लेकिन हवाईपट्टी की कम लंबाई और चिमनियों को बाधा बताया था। इसके बाद प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनते ही फिर से उम्मीद जागी।
राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल की मांग पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हवाई सेवा शुरू करने पर विचार करने का आश्वासन दिया था। इसके बाद जिला प्रशासन ने निजी कंपनी से हवाईपट्टी का सर्वे कराया। इसकी रिपोर्ट भी शासन को भेजी जा चुकी है। इसके अलावा चिमनी और सामने पहाड़ को लेकर भी भौगोलिक सर्वे कराया था। टीम ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि बड़े विमान भी उड़ान और लैंडिंग करने विस्तार कर सकते हैं। कमर्शियल एयरपोर्ट बनाने 100 एकड़ जमीन की जरूरत पड़ेगी। पहले हवाई पट्टी की लंबाई 500 मीटर बढ़ाने 8 एकड़ जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की थी। उसे आगे बढ़ाया जा सकता है।
30 एकड़ में बनी है हवाई पट्टी अभी बालको कर रही देखरेख
रूमगरा हवाई पट्टी बिजली उत्पादन कंपनी की है। यह 30 एकड़ में बनी हुई है। अविभाजित मध्यप्रदेश के समय एमपीईबी था, उस समय छोटा विमान था। इसी के लिए हवाई पट्टी को बनाया था। बाद में छत्तीसगढ़ बनने के बाद लंबे समय तक खाली पड़ा रहा। इसके बाद देखरेख और संचालन की जिम्मेदारी बालको को दी गई है।
वर्ष 2012 में हवाई सेवा के लिए हुआ था ट्रायल, किराया भी तय:
छत्तीसगढ़ एविएशन एकेडमी ने एयर टैक्सी के लिए वर्ष 2012 में ट्रायल भी कर लिया था। यही नहीं किराया भी तय हो गया था। उस समय कोरबा से रायपुर के बीच ही 6 सीटर एयर टैक्सी शुरू करना था, लेकिन बाद में एयर स्ट्रिप की लंबाई कम होने पर इस योजना को रद्द कर दिया था।
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