ACN18.COM जांजगीर चाम्पा/जांजगीर चाम्पा जिले में प्रशासनिक लापरवाही के कारण किसानों की मुश्किलें बढ़ गई है। फसल परिवर्तन योजना के नाम पर यहां किसानों का रकबा घट रहा है। जिससे परेशान किसान साल भर में एक ही फसल लेने को मजबूर है।
धान के बदले अन्य फसल लगाने के लिए पंचायत स्तर पर कृषि विस्तार अधिकारी किसानों को जागरूक कर रहे हैं। सरकार की योजना के मुताबिक धान की पारंपरिक फसल लेने वाले किसानों को दूसरी नस्ल की फसल लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। फसल परिवर्तित पर किसानों से सहमति भी ली जाती है। अब अफसरों की समझाइश के बाद भी कुछ किसान फसल परिवर्तन के लिए तैयार नहीं हैं। जांजगीर जिले के ग्राम पंचायत महेदा की किसान संदीप तिवारी ने सरकार की सिस्टम पर सवाल उठाया है। उनका कहना है,कि फसल परिवर्तन योजना फेल होते हुए नजर आ रहा है। उन्हें न तो उन्नत बीज मिल रहे हैं और न ही गुणवत्तायुक्त खाद।उन्होंने आगे कहा कि वह ग्राम सेवक के माध्यम से अपने खेत के 3 एकड़ रकबे में मक्के की फसल लगाई थी तीन साल से भी ज्यादा का वक्त हो चुका हैं लेकिन किसानो को लाभ नहीं मिल रहा है। यही नहीं है प्रशासन द्वारा उनके रकबे में भी कटौती की जा रही है।
प्रशासनिक योजनाओं के सफल नहीं होने से नाराज संदीप तिवारी ने साल में सिर्फ धान की फसल लेने का मन बनाया है ताकी उन्हें न तो नुकसान हो और न ही रकबे में कटौती न हो।
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