ACN18.COM कोरबा/एसईसीएल कुसमुंडा विस्तार परियोजना से प्रभावित बरकुटा गांव के ग्रामीण काफी परेशान है। खदान में कोयला खनन के लिए पिछले 15 दिनों से हैवी ब्लास्टिंग की जा रही है जिससे गांव के दर्जनों बोरवेल धंस गए है। इतना ही नहीं दूषित पानी की सप्लाई से ग्रामीण काफी आक्रोशित हैं और उन्होंने प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए खदान बंद करने की चेतावनी दी है।
कोरबा में एसईसीएल के खिलाफ चैतरफा प्रदर्शन हो रहे है। प्रबंधन के लगभग सभी खदानों के भू-विस्थापित अपनी समस्याओं को लेकर एसईसीएल के खिलाफ मोर्चा खोल रहे है। कुसमुंडा विस्तार परियोजना के खिलाफ अब ग्राम बरकुटा के ग्रामीणों ने मोर्चा खोला है। ग्रामीणों का आरोप है,कि प्रबंधन द्वारा कोयला खनन के लिए पिछले 15 दिनों से हैवी ब्लास्टिंग की जा रही है। खदान के नजदीक गांव होने के कारण दर्जनों बोरवेल धंस गए है। इतना ही नहीं प्रबंधन द्वारा गांव में जो पानी की सप्लाई की जा रही है वह भी काफी गंदा है। प्रबंधन के इस रवैये से आक्रोशित ग्रामीणों ने एसईसीएल के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए खदान बंद करने की चेतावनी दी है।
देश में गहराए कोयला संकट को दूर करने एसईसीएल लोगों के हितों को दरकिनार केवल और केवल कोयला खनन पर ध्यान दे रहा है,यही वजह है,कि लोग प्रभावित हो रहे हैं। लोगों की समस्याओं को दरकिनार कर केवल अपना हित साधने की कोशिश में जुटा प्रबंधन अगर जल्द होश में नहीं आया तो स्थित काफी गंभीर हो सकती है।
एसईसीएल के खिलाफ भू-विस्थापितों का प्रदर्शन , 8 सुत्रीय मांगो को लेकर किया प्रदर्शन , 3 जून से अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी