ACN18.COM नईदिल्ली / तीन राज्यों की पुलिस लगने और सात घंटे तक चले हाईवोल्टेज ड्रामे के बाद भाजपा नेता तजिंदरपाल सिंह बग्गा शुक्रवार देर रात पंजाब पुलिस की हिरासत से रिहा हुए। अब रिहा होने के बाद उनका बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने बताया है कि पुलिस उन्हें कैसे उनके घर से ले गई और पटका पहनने तक का मौका नहीं दिया।
बग्गा ने कहा कि, ‘मुझे न पटका पहनने का मौका दिया, न चप्पल पहनने का मौका दिया और मुझे पुलिस जीप के अंदर फेंक दिया। अवैध तरीके से ये अपहरण पंजाब पुलिस द्वारा किया गया था। लोकल पुलिस को भी इसकी जानकारी नहीं दी गई। निश्चित रूप से ये संदेश देने की कोशिश है कि जो अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बोलेगा वो देश का सबसे बड़ा आतंकवादी है और उसे हम छोड़ेंगे नहीं।’
कुरुक्षेत्र में पंजाब, हरियाणा, दिल्ली पुलिस आमने-सामने
भाजपा दिल्ली इकाई के प्रवक्ता तजिंदर सिंह बग्गा को गिरफ्तार कर मोहाली ले जा रही पंजाब पुलिस को हरियाणा पुलिस ने कुरुक्षेत्र में ही रोक लिया। हरियाणा पुलिस ने पंजाब पुलिस का पीछा किया और नेशनल हाईवे पर खानपुर कोलियां के नजदीक रोक लिया। इस घटना से एक हाई वोल्टेज ड्रामा शुरू हो गया, जो देर शाम तक चलता रहा।
दरअसल, यह सारा मामला शुक्रवार को दिल्ली में तजिंदरपाल सिंह बग्गा की गिरफ्तारी से शुरू हुआ। बग्गा पर आरोप है कि उन्होंने फिल्म ‘कश्मीर फाइल्स’ के संदर्भ में ट्वीट कर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को निशाने पर लिया था। इसी संदर्भ में उनके खिलाफ पंजाब स्थित मोहाली में एफआईआर दर्ज की गई थी।
इसी मामले में पंजाब पुलिस ने सुबह बग्गा को उनके दिल्ली आवास से गिरफ्तार किया और मोहाली जाने के लिए निकल पड़े। पंजाब पुलिस का दावा था कि बग्गा को पांच बार पेश होने के लिए नोटिस जारी किया गया था मगर जब नोटिस का कोई जवाब नहीं मिला, तो उनकी गिरफ्तारी करनी पड़ी।
पंजाब पुलिस का काफिला जैसे ही दिल्ली से मोहाली के लिए रवाना हुआ तभी सूचना मिलने पर बीच रास्ते में ही कुरुक्षेत्र की सीआईए-टू ने पंजाब पुलिस के काफिले को नेशनल हाईवे पर रोक लिया। मामले की सूचना पाकर पुलिस अधीक्षक डॉ. अंशु सिंगला, करनाल पुलिस अधीक्षक गंगाराम पूनिया और अंबाला के पुलिस अधीक्षक जश्नदीप सिंह रंधावा भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने पंजाब पुलिस से बग्गा की गिरफ्तारी के संदर्भ में जानकारी मांगी।
बग्गा के समर्थकों ने की खूब नारेबाजी
इस पर मोहाली के पुलिस अधीक्षक मनप्रीत सिंह ने हरियाणा पुलिस से उनके काफिले को रोके जाने का कारण पूछा मगर हरियाणा पुलिस ने बग्गा की गिरफ्तारी की वजह से पंजाब पुलिस को आगे बढ़ने नहीं दिया, बल्कि पौने दो घंटे के बाद हरियाणा पुलिस बग्गा को पंजाब पुलिस की गाड़ी में ही थाना सदर थानेसर लेकर पहुंची। इस दौरान बग्गा के समर्थक थाने के बाहर एकत्रित होने लगे और उन्होंने हंगामा करते हुए पंजाब पुलिस व दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ खूब नारेबाजी शुरू कर दी।
थानेसर थाने से हरियाणा पुलिस ने दिल्ली पुलिस को बग्गा को अपनी कस्टडी में लेने की सूचना दी गई, जिसके डेढ़ घंटे बाद दिल्ली आउटर के डीसीपी समीर शर्मा पुलिस बल के साथ थाने में पहुंच गए। उसके 10 मिनट बाद ही दिल्ली वेस्ट के डीसीपी प्रशांत गौतम सहित अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंचे।
थाने में हरियाणा, दिल्ली और पंजाब पुलिस के बीच आधे घंटे चली मंत्रणा के बाद तजिंदर सिंह बग्गा को दिल्ली पुलिस के हवाले किया गया। उसके बाद दिल्ली पुलिस के अधिकारी बग्गा को लेकर दिल्ली की ओर रवाना हो गए। हरियाणा की ओर से कुरुक्षेत्र सीआई-टू के प्रभारी प्रतीक कुमार को दिल्ली पुलिस टीम के साथ भेजा गया। वहीं बग्गा के समर्थक भी दिल्ली पुलिस के पीछे-पीछे हो लिए। उनका कहना था कि वह तजिंदर सिंह बग्गा को सुरक्षित दिल्ली पहुंचा कर ही लौटेंगे।
पंजाब पुलिस को थाने में रोका
हरियाणा पुलिस ने पंजाब पुलिस के अधिकारी और उनकी टीम को थाने में रोके रखा। इस मामले को लेकर पंजाब के एडीजीपी सरत चौहान भी थानेसर सदर थाने में पहुंचे। वहीं मोहाली के पुलिस अधीक्षक मनप्रीत सिंह ने बग्गा की गिरफ्तारी को लेकर कहा कि गिरफ्तारी से पहले बग्गा को पांच नोटिस दिए गए थे। उसके बाद उनकी गिरफ्तारी कानूनी तरीके से की गई है। हरियाणा पुलिस ने उनको रोका उसके लिए हरियाणा पुलिस ने बातचीत चल रही है।