ACN18.COM कोरबा/ग्रामीण विकास से संबंधित राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना मनरेगा का कामकाज कोरबा के साथ-साथ प्रदेश भर में ठहर गया है। अपनी मांगों को लेकर 1 महीने से अधिकारी और कर्मचारी हड़ताल पर डटे हुए हैं। उन्होंने कहा है कि जब तक मांगों पर विचार नहीं होगा तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा ।
ग्रामीणों को अपने ही क्षेत्र में रोजगार देने के उद्देश्य से मनरेगा शुरू की गई है और इसके माध्यम से कई प्रकार के और कार्यों को बढ़ावा दिया जा रहा है। पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग में इस योजना के कार्यो के लिए अधिकारी और कर्मचारियों की नियुक्ति भी की गई हैं जो काफी समय से संविदा पर अपना काम कर रहे हैं। उन्होंने दूसरे विभागों के हवाले से अपना नियमितीकरण करने की मांग दोहराई है। इसी मुद्दे पर इनकी सरकार से ठनी हुई है और यह हड़ताल कर रहे हैं। कोरबा में मनरेगा अधिकारी कर्मियों ने बताया कि 1 महीना से प्रदर्शन चल रहा है फिर भी सरकार नै ना तो कमेटी बनाई और ना ही किसी प्रकार की कार्रवाई की।
मनरेगा के कार्य किसी भी तरह चलाने के लिए दूसरे विकल्प अपनाए गए हैं लेकिन यह बहुत ज्यादा कारगर नहीं हो सके हैं। पंचायत के सचिव को इसकी जिम्मेदारी दी गई हैं जिनके पास पहले से ही बहुत सारे काम है। 15 जून से मनरेगा के काम बंद हो जाएंगे इसलिए जरूरत महसूस की जा रही है कि मनरेगा की कर्मियों की मांगों के बारे में विचार हो।
भवानी वस्त्रालय में आगजनी से काफी नुकसान , शार्ट सर्किट को बताया जा रहा है कारण