जंगली हाथियों ने बना लिया स्थाई डेरा

Acn18.com/ वैसे तो छत्तीसगढ़ के अधिकांश क्षेत्र में जंगली हाथी भ्रमण करते दिखाई देते हैं लेकिन सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले का एक क्षेत्र हाथियों को इतना रस आ गया है कि उन्होंने वहां अपना स्थाई डेरा बना लिया है। इन हाथियों से अब ग्रामीण डरते नहीं बस उन्हें चिंता रहती है अपनी फसलों की

छत्तीसगढ़ सारंगढ़-बिलाईगढ़-जिले के गोमर्डा अभ्यारण्य में पिछले दो वर्षों से जंगली हाथियों का स्थायी डेरा बना हुआ है। विशेषज्ञों का मानना है कि अभ्यारण्य में पर्याप्त मात्रा में भोजन, जलस्रोत और शांत वातावरण के कारण हाथियों को यह इलाका रास आ गया है। अच्छी बात यह है कि अब तक फसलों को छोड़कर किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है। वन विभाग लगातार हाथियों की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए है और गांवों में जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को सतर्क रहने की सलाह दे रहा है। विभाग की सक्रियता के चलते टकराव की घटनाएं टाली जा रही हैं।हालांकि, इतने लंबे समय तक हाथियों का रुकना यह संकेत देता है कि शासन को दीर्घकालीन योजना बनानी चाहिए। इसमें हाथियों के लिए सुरक्षित कॉरिडोर, भोजन के प्राकृतिक स्रोतों का प्रबंधन और ग्रामीणों को मुआवजा तथा सुरक्षा उपकरण देने की व्यवस्था शामिल होनी चाहिए। ग्रामीणों को चाहिए कि वे हाथियों से दूरी बनाए रखें, जंगलों में अकेले न जाएं और वन विभाग के दिशा-निर्देशों का पालन करें। हाथियों की मौजूदगी को संरक्षण के रूप में देखते हुए सहअस्तित्व की ओर बढ़ना ही भविष्य का रास्ता हो सकता है।