Acn18.comश्रीनगर/ श्रीनगर जम्मू-कश्मीर में पिछले कई दिनों से बारिश हो रही है। रामबन जिले के सेरी बागना इलाके में रविवार सुबह बारिश के बाद बादल फटने से 3 लोगों की मौत हो गई। बादल फटने से अचानक बाढ़ आ गई। पहाड़ का मलबा गांव की तरफ आ गया, जिसके चपेट में कई लोग और घर आ गए। फिलहाल रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
उधर, रामबन जिले के बनिहाल इलाके में कई जगह लैंडस्लाइड घटनाएं हुई हैं। इसकी वजह से जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे बंद कर दिया गया है। सैकड़ों वाहन फंसे हुए हैं। किश्तवाड़-पद्दर मार्ग भी बंद है। यहां वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है। अधिकारियों ने मौसम साफ होने के बाद ही हाईवे पर सफर करने की अपील की है।
लैंडस्लाइड के कुछ वीडियो सामने आए हैं, जिसमें पहाड़ से मलबा गिरते देखा जा सकता है। कुछ इलाकों में पहाड़ का मलबा सड़कों और रिहायशी इलाकों तक पहुंच गया है। एक वीडियो में तीन-चार टैंकर और कुछ अन्य गाड़ियां मलबे में पूरी तरह दबी हुई दिख रही हैं। इसके अलावा होटल और घर भी मलबे से प्रभावित दिख रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर में तबाही की तस्वीरें:



धर्मकुंड से 100 लोगों को निकाला गया
रामबन जिले में चेनाब नदी के पास धर्मकुंड गांव लैंडस्लाइड की चपेट में आ गया है। 10 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए, 25-30 घरों में भी नुकसान हुआ है। धर्मकुंड पुलिस ने करीब 90-100 लोगों को सुरक्षित बचाया।
केंद्रीय मंत्री बोले- प्रशासन से लगातार संपर्क में
केंद्रीय मंत्री और उधमपुर से बीजेपी सांसद डॉ. जितेंद्र सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि रामबन और आसपास के इलाकों में भारी ओलावृष्टि, तेज हवाएं और कई जगहों पर भूस्खलन हुआ है। उन्होंने बताया कि नेशनल हाईवे फिलहाल बंद है और प्रशासन राहत कार्यों में जुटा है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह लगातार डिप्टी कमिश्नर बसीर-उल-हक चौधरी के संपर्क में हैं और जिला प्रशासन की रेस्क्यू अभियान की सराहना की। उन्होंने कहा कि हर संभव मदद दी जा रही है और अगर जरूरत पड़ी तो वे निजी संसाधनों से भी मदद करेंगे।
