Acn18.com/नगर निगम कोरबा द्वारा शहर को स्वच्छ, सुंदर और आकर्षक बनाने के उद्देश्य से सौंदर्यीकरण अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत विभिन्न विकासात्मक कार्यों को गति दी जा रही है। विशेष रूप से शहर के प्रमुख स्थलों और सार्वजनिक स्थानों पर कारपेट ग्रास लगाने का कार्य किया गया है, जिससे इन स्थानों की सुंदरता बढ़े और आम नागरिकों को एक साफ-सुथरा वातावरण मिले। खबर है कि रख रखा हूं की कमी के कारण स्टेडियम सहित कई जगह पर घास सूखने की कगार पर पहुंच गई है।
नगर निगम द्वारा सौंदर्य्यीकरण अभियान पर लाखों रुपये खर्च किए गए हैं, परंतु देखरेख की कमी के कारण यह प्रयास विफल होते नजर आ रहे हैं। ट्रांसपोर्ट नगर स्थित स्टेडियम सहित शहर के अन्य प्रमुख स्थलों और शैक्षणिक संस्थानों के पास लगाई गई गद्देदार घास सूखने लगी है। यह स्थिति तब और चिंताजनक हो जाती है जब इस पर मोटी रकम खर्च की गई हो। स्थानीय नागरिकों और सामाजिक संगठनों ने इस पर गहरी चिंता जताई है और नगर निगम से बेहतर प्रबंधन की मांग की है।याद रहे , इस वर्ष नगर पालिका निगम कोरबा ने 920 करोड़ रुपये का बजट प्रस्तुत किया है, जो अपने आप में एक बड़ी राशि है। हालांकि इस राशि का वास्तविक खर्च अनुमान से कम रहने की संभावना व्यक्त की गई है। बावजूद इसके, सौंदरीकरण और विकास कार्यों के प्रति निगम का उत्साह पूर्ववत बना हुआ है। मगर इन कार्यों की गुणवत्ता और देखरेख के अभाव में इस बजट की सार्थकता पर प्रश्नचिह्न लग रहे हैं।
यह पहली बार नहीं है जब नगर निगम की योजना और क्रियान्वयन पर सवाल उठे हैं। इससे पहले भी ट्रांसपोर्ट नगर स्टेडियम में घास लगाने के नाम पर लगभग 80 लाख रुपये खर्च किए गए थे। लेकिन उचित देखभाल के अभाव में वह घास भी सूख गई और कांटे का रूप ले लिया। इसका न तो किसी आयोजन में उपयोग हो सका और न ही शहर की सुंदरता में कोई योगदान। इस असफलता से सबक लेने के बजाय एक बार फिर उसी गलती को दोहराया जा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि जनसुविधा और शहर की सुंदरता के नाम पर राशि खर्च की जा रही है तो उसके रखरखाव पर भी उतना ही ध्यान दिया जाना चाहिए। वरना यह जनता के पैसों की बर्बादी है।