Acn18.com/अमृतसर के खंडवाला इलाके में स्थित ठाकुरद्वारा मंदिर में धमाका हुआ है। हमलावर मोटरसाइकिल सवार दो युवक थे, जिन्होंने मंदिर पर बम जैसी कोई वस्तु फेंककर हमला किया। हमला सीसीटीवी वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है। पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने कहा कि ऐसे हमलों के पीछे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ है।
पुलिस कमिश्नर भुल्लर ने बताया कि सीसीटीवी में दो बाइक सवार दिखे हैं, जिन्हें ट्रेस किया जा रहा है। जल्द उन्हें पकड़ लिया जाएगा। आए दिन पाकिस्तानी एजेंसी हमारे गरीब परिवार के युवाओं को भड़का कर ऐसे काम करवा रहे हैं। बीते सुलझे मामलों में भी साफ हुआ है कि आईएसआई वीकर सैक्शन को टारगेट कर रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि किसी के बहकावे में या पैसों की लालच में ऐसा ना करें। इसका खामियाजा उन्हें भी भुगतना होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा- पाकिस्तान पंगे ले रहा है
सीएम भगवंत मान ने कहा कि बहुत कोशिशें पंजाब के माहौल को खराब करने की हो रही हैं, ताकि राज्य अशांत दिखे। कुछ गैर सामजिक तत्व ऐसी हरकत कर रहे हैं तो पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई भी कर रही है। पुलिस के पास जो साधन हैं वे अपडेटेड हैं। पंजाब लॉ एंड ऑर्डर के लिहाज से पूरी तरह सेफ हैं। पाकिस्तान से ड्रोन आ रहे हैं। पाकिस्तान की कोशिश है और ये कोशिशें पहले भी होती रही है।
सीसीटीवी के आधार पर जांच शुरू
पुलिस ने सीसीटीवी को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। शुरुआती जांच में पता चला है कि दोनों युवक मोटरसाइकिल पर आए थे, उनके हाथ में झंडा था। वे कुछ देर तक मंदिर के बाहर खड़े रहे और फिर मंदिर की तरफ कोई वस्तु फेंकी।
जैसे ही वे वहां से भागे, मंदिर में जोरदार धमाका हुआ। घटना देर रात करीब 12:35 बजे की है। हमले के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल बन गया। उस समय मंदिर का पुजारी मुरारी लाल शर्मा भी अंदर सो रहा था, लेकिन किस्मत से वह बाल-बाल बच गया। उन्होंने ही रात छेहर्टा थाने में पहुंच घटना की जानकारी दी।
मंदिर की पहली मंजिल को नुकसान
हमलावरों की तरफ से बम पहली मंजिल पर फेंका गया। इससे मंदिर की पहली मंजिल का बाहरी हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है। पुलिस व मंदिर मैनेजमेंट ने क्षतिग्रस्त हिस्से को हरा पर्दा डाल ढक दिया है। पुलिस जांच में जुटी है कि किस तरह की बमनुमा वस्तु को फेंका गया है।
मंदिर को निशाना बनाने का पहला मामला
पिछले साल नवंबर से पंजाब के अमृतसर और आसपास के जिलों में हो रहे धमाकों के बीच किसी धार्मिक स्थल या मंदिर को निशाना बनाने का यह पहला मामला है। इससे पहले अमृतसर और पंजाब के अन्य जिलों में जितने भी धमाके हुए, उनमें से ज्यादातर पंजाब पुलिस के थानों और पुलिस चौकियों के पास हुए।
अब तक हुए 12 धमाके
पंजाब में इससे पहले हो चुके 11 धमाके
24 नवंबर- अजनाला थाने के बाहर RDX लगाया गया था। हालांकि, यह फटा नहीं। इसकी जिम्मेदारी हैप्पी पासियां ने ली थी, जबकि इस मामले में पुलिस 2 आरोपियों को पकड़ चुकी है। उनसे हैंड ग्रेनेड भी बरामद किए गए थे।
27 नवंबर- गुरबख्श नगर में बंद पुलिस चौकी में ग्रेनेड विस्फोट हुआ था। यह हमला भी बंद चौकी में हुआ था।
2 दिसंबर- एसबीएस नगर के काठगढ़ थाने में ग्रेनेड विस्फोट हुआ था। इस मामले में भी पुलिस ने 3 आतंकियों को गिरफ्तार किया था और उनसे हथियार बरामद किए गए थे।
4 दिसंबर- मजीठा थाने में ग्रेनेड विस्फोट हुआ तो पुलिस ने हमला मानने से ही इनकार कर दिया। पुलिस का कहना था कि उनके एक कर्मी की बाइक का टायर फटा है। हालांकि, इलाके के पूर्व विधायक बिक्रम मजीठिया ने थाने की तस्वीरों के साथ इसे आतंकी घटना बताया था।
13 दिसंबर- अलीवाल बटाला थाने में ग्रेनेड विस्फोट हुआ था। इस घटना की जिम्मेदारी भी हैप्पी पासियां और उसके साथी ने ली थी। इस घटना को भी रात के समय ही अंजाम दिया गया।
17 दिसंबर- इस्लामाबाद थाने में ग्रेनेड विस्फोट किया गया। सुबह जब खबर फैली तो पुलिस कमिश्नर और लोकल पुलिस ने इसे ब्लास्ट नहीं बताया, लेकिन दोपहर DGP पंजाब खुद अमृतसर पहुंचे और उन्होंने माना कि यह एक आतंकी घटना थी और बम फोड़ा गया था।
19 दिसंबर- पंजाब के भारत-पाकिस्तान बॉर्डर से सटे गुरदासपुर जिले की बंद पड़ी पुलिस चौकी बख्शीवाला पर आतंकी हमला हुआ। पुलिस द्वारा किसी मामले में जब्त किए गए ऑटो पर आतंकियों ने ग्रेनेड फेंका।
21 दिसंबर- गुरदासपुर के कलानौर क्षेत्र में बंगा वडाला गांव की पुलिस चौकी रात को धमाके से दहल गई। इस हमले की जिम्मेदारी भी बब्बर खालसा इंटरनेशनल ने ली थी।
19 जनवरी- अमृतसर की गुमटाला चौकी पर धमाका हुआ था। बब्बर खालसा इंटरनेशनल ने इसकी जिम्मेदारी ली थी।
16 जनवरी- अमृतसर जिले के गांव जैंतीपुर में रात को शराब कारोबारी अमनदीप जैंतीपुरिया के घर पर ग्रेनेड हमला हुआ।
3 फरवरी- अमृतसर के फतेहगढ़ चूडियां रोड स्थित बंद पड़ी पुलिस चौकी को आतंकियों ने निशाना बनाया था। ये भी लो इंटेंसिटी धमाका था और पुलिस ने इसे ग्रेनेड हमला मानने से मना किया था।
14 फरवरी- गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक में पुलिसकर्मी के घर को टारगेट किया। यह लो इंटेंसिटी धमाका था।