Acn18.com.नगर निगम कोरबा के सभापति का चुनाव पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बन गया है। पार्टी द्वारा घोषित प्रत्याशी की हार और निर्दलीय की जीत के बाद प्रदेश नेतृत्व द्वारा उठाया गया कदम छत्तीसगढ़ की राजनीति के लिए एक उदाहरण बन गया है ।
कोरबा विधायक और प्रदेश के श्रम व उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन को कारण बताओं नोटिस जारी किए जाने के बाद चौक चौराहे पर चर्चा हो रही है कि सीधे सरल नेता लखनलाल देवांगन कैसे सियासत की कुटिल चाल में उलझ गए
उद्योग मंत्री और कोरबा विधायक लखनलाल देवांगन को नगर निगम कोरबा के सभापति चुने गए नूतन सिंह ठाकुर को पार्टी से निकाल देने के बाद प्रदेश नेतृत्व ने कारण बताओं नोटिस जारी किया। उन्हें यह नोटिस इसलिए जारी किया गया है कि उन्होंने चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद मीडिया के समक्ष एक सवाल के जवाब में नूतन सिंह ठाकुर को बधाई दे दिया। इस मामले को जमकर तूल दिया गया। भाजपा के कोरबा में कई गुट होने के कारण लखन लाल देवांगन को सियासी मकड़ जाल में उलझा दिया गया।
पंडित जवाहरलाल नेहरू सभागार में जब सभापति चुनाव की प्रक्रिया चल रही थी तो उस समय उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन सदन में मौजूद थे ।जैसे ही परिणाम घोषित हुआ उनके चेहरे का रंग फीका पड़ गया क्योंकि भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी हितानंद अग्रवाल चुनाव हार गए थे ।जिस प्रत्याशी के सिर जीत का सेहरा बांधा वे नूतन सिंह ठाकुर चुनाव जीतकर प्रसन्नता का प्रदर्शन कर रहे थे ,इसी बीच उद्योग मंत्री श्री देवांगन जब सभागार से बाहर निकलने लगे तो मीडिया कर्मियों ने उनका पक्ष जानने उन्हें रोक कर सवाल किया , जिसके जवाब में सीधे, सरल ,सहज व्यक्तित्व वाले लखन लाल देवांगन ने अपने भाव प्रकट कर दिए। अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी के प्रति भी हमेशा आदर का भाव रखने वाले लखन लाल देवांगन ने शिष्टाचार निभाते हुए नूतन सिंह ठाकुर को भी सभापति निर्वाचित होने पर बधाई दे दी, और यह सच भी स्वीकार किया कि नूतन सिंह ठाकुर भाजपा की ही टिकट पर पार्षद का चुनाव जीते थे।
मंत्री श्री देवांगन के इस कथन को भाजपा के ही उनके प्रतिद्वंदियों ने अस्त्र बनाकर अपने-अपने माध्यम से प्रदेश नेतृत्व तक पहुंचाया। पार्टी द्वारा नूतन सिंह ठाकुर को 6 साल के लिए निष्कासित करने के साथ ही श्री देवांगन को भी नोटिस जारी कर दिया गया। श्री देवांगन ने पार्टी को जवाब दे भी दिया है और उनके शुभचिंतक यह मान रहे हैं की कुछ औपचारिकताओं के पश्चात इस मामले का पटाक्षेप भी हो जाएगा ।
गौरतलब है की लखन लाल देवांगन ने कोरबा विधानसभा सीट निर्माण के बाद से जीत के लिए तरस रही भाजपा को 15 वर्ष बाद हर्षित और गर्वित होने का अवसर प्रदान किया था। विधानसभा चुनाव में उन्होंने तत्कालीन राजस्व मंत्री जय सिंह अग्रवाल को भारी मतों से परास्त कर भाजपाइयों की झोली खुशियों से भर दी थी। पार्षद से शुरू हुआ उनका सियासी सफर महापौर ,विधायक संसदीय सचिव और फिर मंत्री बनने तक जारी है। इस सफर में लखन लाल देवांगन ने अपने विरोधियों को भी हमेशा सम्मान दिया। जाति ,धर्म ,क्षेत्र से ऊपर उठकर प्रत्येक समक्ष आने वाले व्यक्ति को यथोचित सम्मान दिया, जिसका परिणाम है कि वह आज की तारीख में एक जन नेता के रूप में क्षेत्र के लोगों के दिल में जगह बना चुके हैं।
बहरहाल कोरबा ही नहीं वरन पूरे छत्तीसगढ़ में अपनी बेदाग और भाजपा को समर्पित छवि के कारण पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के भी अत्यंत प्रिय लखन लाल देवांगन एक बार फिर अपने विरोधियों के चक्रव्यूह को तोड़कर बेदाग बाहर निकलेंगे ऐसा उनके समर्थकों को भरोसा है